तस्वीरें: किसानों का प्रदर्शन स्थल किले में तब्दील, लोहे की कीलें और सीमेंट की दीवार लगाई गई, पुलिस की भारी तैनाती
दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर किसान तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के प्रदर्शन स्थल पर इंटरनेट भी बंद है.
ये तस्वीर टिकरी बॉर्डर की है. यहां भी जवानों को भारी संख्या में तैनात किया गया है.
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प के कुछ दिन बाद प्रदर्शन स्थलों पर सुरक्षा के उपाय कड़े किये गये हैं. इस हिंसा में 394 सुरक्षाकर्मी घायल हुए थे।.
गाजीपुर बार्डर पर बीकेयू की उत्तरप्रदेश इकाई के अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा, ‘‘आंदोलन तो होता ही है मुश्किल में, आराम से कौन सा आंदोलन होता है.’’ गाजीपुर बार्डर अब उच्च सुरक्षा जैसे किले में तब्दील कर दिया गया है.
किसानों के प्रदर्शन स्थलों और उसके आसपास कई स्तर की अवरोधक, सड़कों पर लोहे की कीलें, कंटीले तार, सीमेंट के अवरोधकों के बीच लोहे की छड़ें लगाने, डीटीसी बसों और अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती जैसी भारी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है.
इस दिल्ली- हरियाणा बार्डर का एक दूसरा हिस्सा अब एक प्रकार से बंद कर दिया गया क्योंकि सीमेंट की अस्थायी दीवार खड़ी कर दी गयी है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्विटर पर सीमाओं के बंद रहने और आने-जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों के इस्तेमाल का सुझाव दिया है.
दिल्ली-उत्तरप्रदेश बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत जाएगी क्योंकि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद राजस्थान, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड से किसान यहां आने का प्रयास कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का भी सहारा लिया जा रहा है.