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Baltic Sea: सुलझ गया 140,000 साल पुराना बाल्टिक सागर का रहस्य, UFO के दावों के बीच वैज्ञानिकों ने कही ये बात

एबीपी लाइव   |  21 Apr 2024 02:20 PM (IST)
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यह चीज 140,000 वर्ष से अधिक पुरानी बताई जाती है और कुछ लोगों का मानना है कि इसका निर्माण धातु के सीधे और कोणीय टुकड़ों से हुआ है. गोताखोरों ने जहाज के मलबे की तलाश के दौरान इसकी खोज की थी.

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स्टॉकहोम विश्वविद्यालय की ओर से किए गए रिसर्च से यह पता चलता है कि बाल्टिक सागर की विसंगति हिम युग की अवधि में समुद्र के उस क्षेत्र में हुई हिमनद गतिविधियों की प्रक्रिया के अवशेष हैं और यह इस बात का कारण हो सकता है कि वस्तु अपने स्थान तक कैसे पहुंची.

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संरचना के रहस्य को जोड़ते हुए, खोजकर्ताओं ने बताया कि ऐसा लगता है कि यह एक लंबी सीढ़ी जैसी संरचनाएं हैं जो लगभग 200 मीटर दूर एक अंधेरे छेद और एक अन्य अज्ञात वस्तु तक जाती हैं.

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कुछ लोगों ने अनुमान लगाया कि अटलांटा के खोए हुए पानी के नीचे यह किसी शहर के अवशेष हो सकते हैं. वहीं कुछ का मानना है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एक विदेशी यूएफओ बेड़े का एक रूज सदस्य जो समुद्र तल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया या होगा, वह किसी प्रकार का पनडुब्बी रोधी उपकरण हो सकता है.

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एक बड़ी चट्टान के समान दिखने के बावजूद, कुछ वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह प्राकृतिक सामग्रियों से नहीं बना है और वास्तव में धातु से बना है. ओशन एक्स के गोताखोर स्टीफ़न होगरबॉर्न के अनुसार, इसमें सबसे रहस्यमयी तरीका यह है कि इसके करीब होने से बिजली और सैटेलाइट उपकरण कथित तौर पर बंद हो जाते हैं.

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स्टॉकहोम विश्वविद्यालय के भूविज्ञानी वोल्कर ब्रुचर्ट ने कथित तौर पर टीम की ओर से जुटा गए कुछ नमूनों का अध्ययन किया और कहा कि ओशन-एक्स टीम की ओर से जिस चीज को उदारतापूर्वक नजरअंदाज किया गया है वह अधिकांश ग्रेनाइट हैं और नाइस और बलुआ पत्थर.

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उनका मानना था कि इसमें कुछ भी रहस्यमय नहीं है, उन्होंने कहा, मुझे आश्चर्य हुआ जब मैंने सामग्री पर शोध किया तो मुझे एक बड़ा काला पत्थर मिला जो ज्वालामुखीय चट्टान हो सकता है. मेरी परिकल्पना है कि यह वस्तु, यह संरचना हिम युग के दौरान हजारों की संख्या में बनी थी.

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