Doomsday Fish: क्या भारत में आने वाली है भयंकर तबाही? दिखा आपदा का सिग्नल, 'समंदर के देवता का दूत' सामने आया
ओरफिश, जिसका वैज्ञानिक नाम Regalecus glesne है, दुनिया की सबसे लंबी बोनफिश में से एक मानी जाती है. यह मछली अक्सर 200 से 1,000 मीटर की गहराई में रहती है और 30 फीट तक लंबी हो सकती है.
ओरफिश का शरीर चमकदार चांदी जैसा और रिबन के समान लहराता हुआ होता है. इसके सिर के ऊपर एक लाल रंग की लंबी पंखनुमा शिखा होती है. इसका सतह पर आना बेहद दुर्लभ घटना मानी जाती है.
तमिलनाडु के तटीय क्षेत्र में मछुआरों ने एक विशाल ओरफिश को पकड़ा, जिससे स्थानीय लोगों में भय और कौतूहल फैल गया. इसे प्रलयकारी मछली कहा जाने लगा.
ओरफिश का इतिहास कई प्राकृतिक आपदाओं के साथ जोड़ा गया है. इसकी उपस्थिति को कई बार भूकंप या सुनामी के पूर्व संकेत के रूप में देखा गया है.
जापान के फुकुशिमा में साल 2011 में आए भूकंप और सुनामी से पहले कई ओरफिश तटों पर देखी गईं थी. मेक्सिको में बड़े भूकंप से पहले ओरफिश समुद्र में तैरती पाई गई थी. फिलीपींस में साल 2020 के दौरान दो ओरफिश दिखीं और कुछ दिनों बाद भूकंप आया था.
जापानी परंपरा में ओरफिश को रयुगु नो साकाना यानी समुद्र के देवता का दूत माना जाता है. विश्वास है कि ये मछली जब सतह पर आती है, तो भूकंपीय हलचल का संकेत देती है.
विज्ञान इस विचार को आधारहीन मानता है कि ओरफिश प्राकृतिक आपदाओं की भविष्यवाणी कर सकती है. समुद्री जीवविज्ञानियों के अनुसार पानी के तापमान में बदलाव के कारण ओरफिश सतह पर आती है.