बरसती घटाओं ने दिल्ली की फिजा को किया तर, गर्मी से राहत मिलते ही मयूरा की तरह नाच उठा बच्चों का मन
पहले घनघोर घटाएं और फिर पायल की घुंघरू की तरह छम-छम बरसते बदरा ने दिल्ली की फिजाओं को तर कर दिया. गर्मी से राहत मिलते ही बड़े-बूढ़े सभी का मन गदगद हो गया और बच्चों का तो कहना ही क्या. बारिश की बूंदे गिरते ही सड़कों पर निकलकर खुशी का इजहार कुछ इस तरह से किया मानो बरसों से बिछड़े दोस्त मिल गए हों.
पहले तो काले मेघों ने मिलकर दहकते सूरज को अपने कब्जे में लिया और फिर देखते ही देखते क्या दिल्ली, क्या नोएडा या यूं कहें कि एनसीआर को ऐसे जकड़ा कि गली गली अंधेरा कायम हो गया. और जब फिर बरसा तो ऐसे बरसा मानों प्रेमिका की याद में प्रेमी के आंसू बरसते हों.
जोरदार बारिश ने दिल्ली के लोगों की तपती काया को सराबोर कर दिया. दिल्ली में मेघों ने इतने बूंदे बरसाए कि लोग खुद को बचाते नजर आए. लेकिन कारे बदरा मानने को तैयार नहीं था. वह हर किसी को गीला कर देना चाहता था.
बारिश से बचने के लिए कहीं लोगों ने सड़कों पर बने ओवरब्रिज का सहारा लिया तो कुछ ने छतरियों का तो वहीं कुछ ने छतों के मुंडेरों के सहारे अपने आप को बचाते दिखे. यह तस्वीर दिल्ली की है जहां सड़क किनारे एक व्यक्ति कूलर के नीचे शरण लिए हुए है.
दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में आज तेज बारिश हुई है. वहीं नोएडा में घने काले बादल छाए हुए हैं. दिल्ली-एनसीआर के आसमान में इस वक्त काले बादल छाए हुए हैं. दिन में अंधेरा छा गया है.
पिछले 19 सालों में मानसून इस बार दो सप्ताह से अधिक देरी से दिल्ली पहुंचा है. मौसम विभाग ने बताया कि अगले 2-3 दिनों के लिए दिल्ली-एनसीआर के अलग अलग हिस्सों में बारिश होगी. यह तस्वीर गुरुग्राम की है.
इस बार मानसून दिल्ली में सबसे अंत में आया है. आईएमडी के मुताबिक, बीते 62 सालों में दिल्ली में मानसून की पहली बारिश कम से कम 33 बार जुलाई के महीने में हुई है. यह तस्वीर पटियाला की है. सभी तस्वीरें न्यूज एजेंसी पीटीआई की है.