कौन हैं ममता बनर्जी के रिश्तेदार अभिषेक बनर्जी जिन्हें ED ने कोयला घोटाले में किया समन- Pics
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता और सांसद अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी को कोयला घोटाले मामले में एक बार फिर समन भेजा है. ईडी अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी से मामले में पूछताछ करना चाहती है. दोनों को अलग-अलग दिन पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा.
अभिषेक बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव हैं. अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं. 34 वर्षीय अभिषेक पिछले 11 सालों से आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं.
अभिषेक, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बड़े भाई अजित के बेटे हैं. वे बचपन से ही ममता बनर्जी के पास रहे हैं. पश्चिम बंगाल में कहा जाता है कि अभिषेक दीदी के चहेते हैं. ममता बनर्जी चाहती हैं कि आने वाले वक्त में अभिषेक पार्टी में उनकी जगह लें. हालांकि, इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस के सीनियर नेता नाखुशी जाहिर कर चुके हैं.
अभिषेक बनर्जी का कोलकाता के कालीघाट में आलीशान घर है. बताया जाता है कि इस घर में सारी सुख सुविधाएं मौजूद हैं. वे लोकसभा में सबसे युवा सांसदों में गिने जाते हैं. एक सांसद के रूप में अभिषेक संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम में भी शिरकत कर चुके हैं.
कोयला घोटाले मामले में ईडी पहले अभिषेक बनर्जी से 21 मार्च को पूछताछ करेगी और फिर 22 मार्च को रुजिरा बनर्जी से पूछताछ करेगी. वहीं, दिल्ली हाई कोर्ट ने निदेशालय के समक्ष पेश होने के लिए उन्हें जारी समन को चुनौती देने वाली यचिका 11 मार्च को खारिज कर दी थी.
इससे पहले दंपति को पिछले साल 10 सितंबर को समन जारी किए गए थे, जिसमें उनसे राष्ट्रीय राजधानी में ईडी के सामने पेश होने को कहा गया था. दम्पत्ति ने अदालत से ईडी को यह निर्देश देने का अनुरोध किया था कि उन्हें दिल्ली में पेश होने के लिए समन जारी नहीं किए जाने चाहिए, क्योंकि वे पश्चिम बंगाल के निवासी हैं.
मामले में पिछले साल सितंबर में राष्ट्रीय राजधानी में एजेंसी के एक कार्यालय में बनर्जी से पूछताछ की गई थी. रुजिरा बनर्जी को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन वह कोरोना वायरस संक्रमण का हवाला देकर पेश नहीं हुई थीं.
ईडी ने सीबीआई की ओर से दर्ज नवंबर 2020 की उस प्राथमिकी के आधार पर धनशोधन रोकथाम कानून, 2002 के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें आसनसोल और उसके आसपास के कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला घोटाले का आरोप लगाया गया है. ईडी ने दावा किया है कि टीएमसी सांसद इस अवैध कारोबार से प्राप्त धन के लाभार्थी हैं. हालांकि, बनर्जी ने सभी आरोपों से इनकार किया है.