Lakhimpur Kheri Violence: लखनऊ एयरपोर्ट पर धरने पर बैठे छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, बोले- क्या हम अपने लोगों से नहीं मिल सकते?
Lakhimpur Kheri Violence: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जाने के लिए लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट (अमौसी) पहुंचे छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रोक दिया गया है. इसके विरोध में बघेल एयरपोर्ट परिसर में ही धरने पर बैठ गये हैं.
बघेल ने जो तस्वीरें शेयर की है उसमें वे फर्श पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि क्या हम अपने लोगों से नहीं मिल सकते हैं.? बघेल ने कहा कि मुझे तो सीतापुर जाकर प्रियंका गांधी से मिलकर सोचा था वापस आ जाऊंगा क्योंकि लखीमपुर में तो 144 लगा रखी है. उनकी तरफ से कहा गया कि लखनऊ में भी 144 लगी हुई है. मैंने सवाल किया की पीएम किस तरह से कार्यक्रम कर रहे हैं इसका जवाब उनके पास नहीं था.
भूपेश बघेल ने कहा कि जो हत्यारे हैं वो खुले में घूम रहे हैं, जो सवाल करते है उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है. मैं अभी भी यहीं हूं. हो सकता है मुझे भी गिरफ्तार कर सकते हैं. कुछ कह नहीं सकता. यूपी पुलिस कुछ भी कर सकती है. जब कुछ किए बिना प्रियंका गांधी पर मामला दर्ज किया जा सकता है तो मुझ पर भी मामला दर्ज कर सकते है.
छत्तीसगढ़ के सीएम ने कहा कि हमारी सरकार में हमने कभी किसी को नहीं रोका. जो जहां जाना चाहें वो वहां जाए. बीजेपी के लोग कहते हैं कि आप राजस्थान क्यों नहीं जा रहे हैं, वो वहां विपक्ष में हैं, जेपी नड्डा जाएं. कौन रोक रहा है?
बता दें कि यूपी पुलिस ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा, कुलदीप वत्स और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत 10 नेताओं के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है .
लखीमपुर खीरी कांड के पीड़ितों से मिलने जाते वक्त रास्ते में चार अक्टूबर सुबह पांच बजे सीतापुर में हिरासत में ली गई कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी अब भी पुलिस कस्टडी में हैं.
मंगलवार की सुबह प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक ट्वीट में कहा मोदी जी आपकी सरकार ने बग़ैर किसी आदेश और मुकदमे के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है. प्रियंका ने ट्वीट के साथ एक लोमहर्षक वीडियो भी साझा किया है जिसमें एक लग्जरी गाड़ी किसानों को रौंदती हुई जा रही है.
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.