India inventions: दुनिया को बोलना चाहिए थैंक्यू! तस्वीरों में देखिए भारत ने अविष्कार के जरिए दुनिया को क्या दिया
दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में एक है भारत. भारत में ऐसे-ऐसे अविष्कार हुए जिनकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. आर्यभट ने 'जीरो' का अविष्कार न किया होता तो न आज कोई बायनरी सिस्टम होता न ही कोई कंप्यूटर.
शतरंज, लूडो और सांप-सीढ़ी जैसे बोर्ड गेम्स को सबसे पहली बार भारत में ही खेला गया था. ब्रिटिश शासन के दौरान ये गेम इंग्लैंड और फिर अमेरिका तक पहुंचा.
भारत में योग भगवान शिव के समय से चला आ रहा है जिन्हें आदि योगी भी कहा जाता है. अब दुनिया में हर तरफ लोग हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए योग करते हैं.
भारत ने दुनिया को आयुर्वेद का ज्ञान दिया है. हमारे देश में 5000 सालों से इस थेरेपी का इस्तेमाल किया जा रहा है.
भारत ने दुनिया को शैम्पू की तकनीक सिखाई है. 1762 में मुगल शासन के समय से ही इसका इस्तेमाल हो रहा है.
प्लास्टिक सर्जरी और मोतियाबिंद का अविष्कार भी भारत ने ही सबसे पहले किया था. सुश्रुत को चिकित्सा का जनक कहा जाता है, तीसरी सदी में लिखी सुश्रुत संहिता में इन बीमारियों का जिक्र है.
भारत में ही सबसे पहले मापने की प्रणाली का इस्तेमाल किया गया था. उन तकनीकों से सीख कर अब बने है स्टैंडर्ड मेजरमेंट्स.
पाइथागोरस थ्योरम का अविष्कार भी भारत ने ही किया था. भारत में इसका इस्तेमाल 800 से 500 बीसी के समय से ही हो रहा है.
टॉयलेट फ्लश का इस्तेमाल सिंधु घाटी सभ्यता के समय से होता आ रहा है. कहा जाता है भारत का हिस्सा रहे हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की खुदाई के दौरान फ्लश टॉयलेट और सीवेज सिस्टम हर घर में मिले थे.
पृथ्वी को सूर्य के चक्कर लगाने में 365 दिन लगते हैं. इस बात का जिक्र 700 से 600 बीसी के समय में लिखी गई हिंदू ग्रंथ सूर्य सिद्धांत में है.