Gujarat Flood: जामनगर-राजकोट में बारिश का कहर, तीन लोगों की मौत, CM भूपेंद्र पटेल ने की हाई लेवल मीटिंग
हालात बेकाबू होता देख प्रशासन न मदद मुहैया कराने के लिए एनडीएरएफ की टीमों को लगाया है. एक एनडीआरएफ का जवान भारी बारिश के बाद बाढ़ के हालात के बीच एक बच्चे को रेस्क्यू करता नज़र आया. ये तस्वीर जानगर की है. (तस्वीर: पीटीआई)
भारी बारिश के कारण जामनगर में सड़कें नदियों में तब्दील हो गई हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. सड़क पर नाव उतारी गई है ताकि लोग एक जगह से दूसरी जगह आ जा सके. (तस्वीर: पीटीआई)
जिला प्रशासन के मुताबिक, जामनगर और राजकोट में लोगों को निकालने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टरों को की मदद ली गई. आज वायुसेना ने सिर्फ जामनगर से ही 24 लोगों को रेस्क्यू किया. (तस्वीर: पीटीआई)
राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (एसईओसी) के अधिकारियों ने बताया कि राजकोट के लोधिका तालुका में सोमवार को सुबह छह बजे से 10 घंटे की अवधि में 435 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि जूनागढ़ की विसावदर तालुका में 364 मिलीमीटर, जामनगर के कलावाड़ में 348 मिलीमीटर, राजकोट तालुका में 305 मिलीमीटर और राजकोट के धोराजी में 202 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. (तस्वीर: पीटीआई)
पिछले दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से राजकोट के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है. लोगों के घरों में पानी भर चुका है. कनाल रोड के पास के एक घर की ये तस्वीर वहां की स्थिति बता रही है. महिला के घर में पानी भर चुका है और उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
हालात बेकाबू होता देख प्रशासन न मदद मुहैया कराने के लिए एनडीएरएफ की टीमों को लगाया है. एक एनडीआरएफ का जवान भारी बारिश के बाद बाढ़ के हालात के बीच एक बच्चे को रेस्क्यू करता नज़र आया. ये तस्वीर जामनगर की है. (तस्वीर: पीटीआई)
एनडीआरएफ के जवान बाढ़ में फंसे लोगों की मदद कर रहे हैं. सोमवार को जामनगर में एनडीआरएफ के जवानों ने लोगों को रेस्क्यू किया. (तस्वीर: पीटीआई)
राजकोट में बीजेपी कार्यकर्ता स्थानीय लोगों से इलाके को खाली करने की बात कहते नज़र आए. दरअसल राजकोट में अभी और बारिश हो सकती है, जिससे हालात बिगड़ने का अंदेशा है. (तस्वीर: पीटीआई)