Corona संक्रमण से उबरने के बाद कब लें कोरोना की Precaution Dose? स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया
Precautions Dose: भारत में कोरोना का टीकाकरण (Corona Vaccination) काफी तेजी हो रहा है और 160 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दी जा चुकी. जिसमें 15 से 18 साल के आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण भी शुरू हो चुका है. वहीं देश मे हेल्थकेयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए दो डोज के बाद प्रीकॉशन डोज भी शुरू हो चुकी है.
ऐसे में अगर कोई व्यक्ति जो प्रीकॉशन डोज के लिए योग्य है और संक्रमित हो जाये तो उसे कितने दिनों बाद कोरोना की वैक्सीन लगेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज के 39 हफ्ते के बाद लोग प्रीकॉशन डोज ले सकेंगे, फिलहाल हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ये प्रीकॉशन डोज दी जा रही है, लेकिन अगर कोई व्यक्ति हाल ही में कोरोना से संक्रमित हुआ है तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक उसके संक्रमण के ठीक होने के 3 महीने बाद ही प्रीकॉशन डोज दी जा सकेगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि संक्रमण से रिकवर होने के तीन महीने के बाद अपना दूसरा या प्रीकॉशन डोज ले सकते है. ये गाइडलाइन है. अगर कोई साइंटिफिक एविडेंस देश के भीतर या बाहर का होगा तो उसपर NTAGI निरंतर रूप से विचार करता है और फिर उसपर निर्णय होगा.
यानी अगर कोई प्रीकॉशन डोज के लिए योग्य है और हाल में वो संक्रमित हुए हैं तो वो संक्रमण से ठीक होने के तीन महीने बाद अपनी प्रीकॉशन डोज ले सकते है. भारत मे 10 जनवरी से प्रीकॉशन डोज की शुरुआत हुई थी. जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 साल से ज्यादा आयु वर्ग के वे लोग जिन्हें कॉमरेडिटी है के लिए प्रीकॉशन डोज दी जा रही है. प्रीकॉशन डोज उन्हीं लाभार्थीयों को दी जाएगी जिनकी दूसरी डोज को 9 महीने या 39 हफ्ते बीत चुके होंगे.
भारत में अब तक 8 कोरोना वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है. इसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की Covishield, भारत बायोटेक की Covaxin, ज्याडस कैडिला की ZyCoVD, बायोलॉजिकल ई की CORBEVAX और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की COVOVAX, रूस की SputnikV, मोडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को इमरजेंसी यूज़ ऑथराइजेशन मिल चुका है.
हालांकि टीकाकरण के लिए अभी तक तीन वैक्सीन ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की Covishield, भारत बायोटेक की Covaxin, रूस की SputnikV उपलब्ध है.
जल्द ही ज्याडस कैडिला की ZyCoV-D के आने की उम्मीद है.