Hathras Stampede: हाथरस हादसे पर बोले आचार्य प्रमोद- मैं उस भगवान को कठघरे में चाहूंगा जो...
प्रियंका गांधी के पूर्व सलाहकार ने हिंदी चैनल 'आज तक' पर एक कार्यक्रम के दौरान कहा, प्रवचन देने और भजन करने वाला जो कोई भी व्यक्ति अगर यह कहता है कि मैं भगवान हूं, तब मैं ऐसे भगवान को मानने को तैयार नहीं हूं.
जाने-माने आध्यात्मिक गुरु के अनुसार, मैं उस भगवान को कठघरे में खड़ा करना चाहता हूं, जो यह कहे कि मैं भगवान हूं. भगवान का फैसला कौन करेगा?...भगवान का फैसला करना इंसान के बस की बात नहीं है.
पीएम मोदी के समर्थक आचार्य प्रमोद बोले कि हाथरस में जो हुआ, उसमें स्थानीय पुलिस प्रशासन की भी नाकामी है. उन्हें मालूम था कि कितनी भीड़ जमा होगी. एकतरफा हम कहें कि बाबा को कठघरे में खड़ा कर दो, यह उचित नहीं है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि जिम्मेदार सब हैं पर खोजना यह है कि गुनहगार कौन है. दूसरी बात यह कि क्या हम यह कहना चाहते हैं कि जहां कभी भी भीड़ जुटती है, क्या उन कार्यक्रमों को बैन कर दिया जाए? ये भी गलत होगा.
कांग्रेस के पूर्व समर्थक बोले कि हर धर्म में लाखों लोग जुटते हैं. हमें भीड़ को मैनेज करने का तरीका दुरुस्त करना है. स्थानीय पुलिस प्रशासन को क्लीन चिट नहीं दी जा सकती. अब आगे क्या? इस केस में स्थानीय सिस्टम की लापरवाही है.
पैनल चर्चा के दौरान संतों से आचार्य बोले कि हम न तो जज हैं. हम न जांच अधिकारी हैं और न ही पुलिस हैं. मुझे लगता है कि वहां जो भक्त आए, वे तो निर्दोष हैं. बाकी सबका थोड़ा-थोड़ा दोष है. आगे ऐसा न हो, यही हम सबको सोचना है.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सूरज पाल उर्फ 'भोले बाबा' के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसके बाद 121 श्रद्धालुओं की जान चली गई. जानकारी के मुताबिक, मरने वालों में यूपी के अलावा हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के लोग थे.