आग की लपटें, लोगों के माथे से टपकता खून, तस्वीरों में देखें हल्द्वानी का भयाभह मंजर
बवाल के बाद जिला प्रशासन ने हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा दिया है. सभी स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर पहाड़ों में बसा यह शांत शहर जल क्यों रहा है. इसका जवाब है बनभूलपुरा. इस आग की चिंगारी इसी जगह से निकली है.
दरअसल, हलद्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन की एक टीम अदालत के आदेश के बाद अतिक्रमण विरोधी अभियान चला रही है. गुरुवार शाम करीब 4 बजे जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम यहां अतिक्रमण हटा रही थी. टीम ने जैसे ही एक मदरसे को गिराया, वैसे ही यहां दंगा भड़क गया.
वहां रहने वाले अराजक तत्वों ने उपद्रव शुरू कर दिया. पुलिस पर पथराव किया गया. सरकारी और निजी वाहनों में आग लगा दी गई.
पथराव से कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए. इस दौरान दंगाइयों ने एक ट्रांसफॉर्मर में भी आग लगा दी.
हालात बिगड़ते देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक की और हालात से निपटने पर चर्चा की.
इसके बाद बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया गया और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए. लोगों को सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी में ही बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी.
दंगाइयों के हमले में कुछ पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों को चोटें आईं हैं. पुलिस ने बताया कि घटना में 60 लोग घायल हुए हैं.
इन सभी घायलों को पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया. सभी की हालत खतरे से बाहर है. इनमें से अधिकांश पुलिसकर्मी और नगरपालिका कर्मचारी हैं.
मौके पर पुलिस और केंद्रीय बलों की 4 अतिरिक्त कंपनियां तैनात कर दी गईं हैं.
दंगाइयों की पहचान की कोशिश की जा रही है. प्रशासन का कहना है कि हिंसा में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.