CRPF के साथियों ने बहन की शादी में पहुंच निभाया भाई का फर्ज, आतंकी हमले में शहीद हुए थे शैलेंद्र प्रताप सिंह
CRPF Jawan in Wedding: उत्तर प्रदेश के रायबरेली में सीआरपीएफ (CRPF) शहीद शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन की शादी हो रही थी. इस दौरान CRPF के जवानों का एक समूह शादी समारोह में अचानक पहुंचकर भाई का फर्ज बखूबी निभाया. दरअसल, CRPF जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह पिछले साल पुलवामा में एक आतंकवादी हमले में शहीद हो गए थे. वे ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे, तब वे सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स की 110वीं बटालियन में तैनात थे.
सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) ने इस शादी की तस्वीरें अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर शेयर की है. तस्वीर में देखा जा सकता है कि वर्दी में सीआरपीएफ जावन शहीद शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन को मंडप तक ले जा रहे हैं, जो ये रस्म आमतौर पर भाइयों की ओर से किया जाता है. फोटो के साथ ही CRPF ने ट्वीट में लिखा है, बड़े भाई के रूप में सीआरपीएफ के जवान कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन के विवाह समारोह में शामिल हुए. सीआरपीएफ की 110 बटालियन के कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह ने पुलवामा में आतंकवादी हमले का बहादुरी से मुकाबला करते हुए 05 अक्टूबर 2020 को सर्वोच्च बलिदान दिया.
सीआरपीएफ जवानों ने दुल्हन को आशीर्वाद दिया और शादी में गिफ्ट दिए. इस दौरान शहीद जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह के पिता ने कहा, मेरा बेटा अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन अब सीआरपीएफ जवानों के रूप में हमारे कई बेटे हैं जो सुख-दुख में हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं.
बता दें कि पिछले साल 5 अक्टूबर को सीआरपीएफ के जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह जम्मू कश्मीर के श्रीनगर के बाहरी इलाके में एक राजमार्ग पर ड्यूटी पर तैनात थे. इस दौरान आतंकवादियों ने सीआरपीएफ कर्मियों पर गोली चलाई. इसमें कम से कम दो जवान शहीद हो गए और पांच घायल हो गए थे. इसी हमले में शैलेंद्र प्रताप सिंह शहीद हो गए.
आतंकवादियों ने उस समय हमला किया था जब सीआरपीएफ के जवान जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ 05 अक्टूबर 2020 को पंपोर बाईपास पर सड़क खोलने का अभियान चला रहे थे. जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ सीआरपीएफ की 110 बटालियन की टुकड़ियां इस अभियान को अंजाम दे रही थीं. इस दौरान अज्ञात आतंकवादियों ने जवानों पर गोलियां चलाई थीं.