Bihar Caste Survey: बिहार में 63 फीसदी OBC, 15 पर्सेंट सवर्ण, जानिए राज्य में किसकी कितनी आबादी?
Bihar Caste Survey Report: गांधी जयंती के मौके पर सोमवार (2 अक्टूबर 2023) को बिहार सरकार ने जातिगत गणना के आंकड़े जारी कर दिए. ये आंकड़े बिहार के मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने जारी किए.
आंकड़ों के मुताबिक बिहार की आबादी 13 करोड़ है. इसमें 63 फीसदी जनसंख्या ओबीसी यानी अन्य पिछड़ी जातियों की है. ये ओबीसी भी पिछड़ी जाति और अति पिछड़ी जाति में बंटे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में पिछड़ी जाति की आबादी 27 फीसदी है, जबकि अति पिछड़ी जाति की आबादी 36 फीसदी है.
आंकड़े जारी होने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना के कार्य में लगी टीम को बधाई दी. सीएम ने कहा, जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था.
उन्होंने कहा, इसके लिए बिहार विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराएगी और दिनांक 02-06-2022 को मंत्रिपरिषद से इसकी स्वीकृति दी गई थी.
जातिगत गणना के मुताबिक बिहार में अत्यंत पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या 36.01 प्रतिशत, पिछड़ा वर्ग 27.12 प्रतिशत, अनुसूचित जाति 19.65 फीसदी, अनुसूचित जनजाति 1.68 प्रतिशत और सामान्य वर्ग की जनसंख्या 15.52 फीसदी है.
वहीं, अगर बात करें धर्म के आधार पर बिहार की जनसंख्या कि तो यहां 81.99 प्रतिशत हिंदू और 17.70 फीसदी मुसलमान हैं, जबकि अन्य धर्म के लोगों की तादाद महज 0.31 पर्सेंट है.
बिहार में यादवों की संख्या 14.26 प्रतिशत, ब्राह्मण 3.65, राजपूत 3.45, भूमिहार 2.86, और कायस्थ की आबादी 0.60 प्रतिशत है. इसके अलावा कुर्मी 2.87 फीसदी, तेली 2.81, मुसहर 3.08 प्रतिशत, मल्लाह 2.60, बनिया 2.31 और सोनार की आबादी 0.68 फीसदी है.
बिहार में सवर्णों की कुल आबादी 15.52 फीसदी है. इसमें ब्राह्मण 3.65 प्रतिशत, राजपूत 3.45 फीसदी और भूमिहार 2.86 पर्सेंट हैं.