Bengaluru Heavy Rains: भारी बारिश के बाद जलमग्न हुआ बेंगलुरू, कई इलाकों से बोट के ज़रिए निकाले गए लोग
कर्नाटक में बेंगलुरु के उत्तरी हिस्से में रविवार को रात भर हुई भारी बारिश के बाद कई इलाके पानी में डूब गए हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कई झीलें उफान पर हैं, जबकि येलहंका और महादेवपुर जोन में पानी निचले इलाकों और इमारतों के भूतल (बेसमेंट) में घुस गया है. (तस्वीर: पीटीआई)
उत्तर बेंगलुरु के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी पार्कों में शामिल मान्यता टेक पार्क भी बारिश की वजह से प्रभावित हुआ है. सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में से एक येलहंका का केंद्रीय विहार है, जहां पास में स्थित झील का पानी भर गया है. (तस्वीर: पीटीआई)
एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल), अग्निशमन और आपातकालीन सेवा के कर्मी वहां रहने वाले लोगों की मदद कर रहे हैं और जो लोग वहां से निकलना चाहते हैं उन्हें राफ्ट की मदद से बाहर निकाला जा रहा है. (तस्वीर: पीटीआई)
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में लगातार बारिश और बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों की मरम्मत के लिए 500 करोड़ रुपये जारी किए जाएंगे, साथ ही इस प्राकृतिक आपदा से जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें तत्काल मुआवजा देने के निर्देश दिए गए हैं. (तस्वीर: पीटीआई)
मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि निर्वाचन आयोग ने संबंधित विभागों के मंत्रियों और मुख्यमंत्री को बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने और राहत उपायों की निगरानी के लिए राज्य भर में यात्रा करने की अनुमति दी है. (तस्वीर: पीटीआई)
मुख्यमंत्री ने कहा कि फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है और संबंधित ऐप पर जैसे ही रिपोर्ट अपलोड होगी, मुआवजा जारी कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री दिन में बाद में कोलार जिले के बारिश प्रभावित इलाके और बेंगलुरु ग्रामीण जिले के होसकोटे का दौरा करेंगे. (तस्वीर: पीटीआई)
केंद्रीय विहार की एक महिला निवासी ने कहा, “पूरा भूतल जलमग्न हो गया है, भूतल के घरों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अन्य सामान बर्बाद हो गए हैं... हमें पानी कम होने तक अन्य स्थान की तलाश करनी होगी, पानी कम होने के बाद भी, हमें घर खाली करना होगा क्योंकि इन इमारतों के भूतल पर कोई नहीं रह सकता.” (तस्वीर: पीटीआई)
केंद्रीय विहार का दौरा करने वाले येलहंका के विधायक एस. आर. विशनथ ने कहा कि नालों पर अतिक्रमण की वजह से पानी भरा है और अतिक्रमण हटाया जाएगा. (तस्वीर: पीटीआई)
उन्होंने कहा, “बेंगलुरु में सबसे भारी बारिश येलहंका में हुई - करीब दो घंटे में लगभग 138 मिमी. येलहंका के अन्य इलाकों में पानी कम हुआ है, लेकिन केंद्रीय विहार में समस्या है. (तस्वीर: पीटीआई)
उन्होंने कहा, अगर बारिश नहीं हुई तो पानी कम होने में दो-तीन दिन लगेंगे. आठ मंजिलों वाली आठ इमारतें हैं. निवासी अभी बाहर नहीं आ सकते हैं क्योंकि पांच फुट पानी है, बिजली काट दी गई है. भोजन, पानी और आवश्यक सामग्री की आपूर्ति की जा रही है.” कई क्षेत्रों में जलभराव की सूचना मिली है, जिससे वाहन चालकों, विशेषकर दोपहिया गाड़ियों के चालकों को परेशानी हो रही है. (तस्वीर: पीटीआई)