Sankashti Chaturthi Chandrodaya Time: संकष्टी चतुर्थी पर आज संतान की खुशहाली के लिए करें चांद की पूजा, यहां जानें चंद्रोदय समय
आज गणपति की पूजा के लिए शाम 06:58 मिनट से रात 08:34 मिनट तक शुभ मुहूर्त है.कहते हैं संकष्टी चतुर्थी के दिन गौरी पुत्र गणेश की पूजा से हर संकट टल जाता है.
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का व्रत बेहद खास माना जा रहा है. इस दिन शाम 04 बजकर 46 मिनट तक सुकर्मा योग का संयोग बना है.
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी पर आज चंद्रमा की पूजा के लिए रात 09:25 पर शुभ मुहूर्त है. बिना चंद्रमा की पूजा के संकष्टी चतुर्थी व्रत का पारण नहीं किया जाता.
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी पर संतान की दीर्घायु और निरोगी होने की कामना के लिए चंद्रदेव को जल में दूध मिलाकर अर्घ्य दें. ऊं सोम सोमाय नम: मंत्र का जाप करें. इससे संतान के जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपति की पूजा में कुबेर देव के इस मंत्र का जाप करें. मान्यता है इससे धन संबंधी हर परेशानी दूर होती है- ऊं नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा
संकष्टी चतुर्थी व्रत का पारण गणपति को पूजा में चढ़ाए लड्डू से करना चाहिए. व्रत खोलते वक्त तामसिक भोजन (मांसाहार, लहसून-प्याज) न करें. इससे व्रत का फल नहीं मिलता.