Holashtak 2023: होलाष्टक इस साल 9 दिन के होंगे, जानें डेट, इस दौरान ये काम करने की भूल न करें
हर होलाष्टक फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी से पूर्णिमा तक चलते हैं. इन 8 दिनों में मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है. इस साल होलिका दहन का त्योहार 7 मार्च 2023 को है.
साल 2023 में होलाष्टक आठ नहीं बल्कि नौ दिन के होंगे क्योंकि इस बार फाल्गुन शुक्ल अष्टमी तिथि 27 फरवरी 2023 को प्रात: 12.59 मिनट से शुरू हो रही है. वहीं 7 मार्च 2023 को फाल्गुन की पूर्णिमा पर इसकी समाप्ति है.
होलाष्टक में भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना चाहिए. ये हर बुरे प्रभाव से साधक की रक्षा करेगा. होलाष्टक में हवन आदि का आयोजन भी शुभ माना जाता है.
होलाष्टक की अवधि को क्यों अशुभ माना है इसके पीछे एक पौराणिक कथा है. कथा के अनुसार भगवान शिव की तपस्या भंग करने के परिणाम स्वरूप भोलेनाथ ने कामदेव को भस्म कर दिया था. उस दिन फाल्गुन शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि थी. इसी कारण से यह दिन शुभ नहीं माने जाते हैं.
होलाष्टक की अवधि को क्यों अशुभ माना है इसके पीछे एक पौराणिक कथा है. कथा के अनुसार भगवान शिव की तपस्या भंग करने के परिणाम स्वरूप भोलेनाथ ने कामदेव को भस्म कर दिया था. उस दिन फाल्गुन शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि थी. इसी कारण से यह दिन शुभ नहीं माने जाते हैं.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक होलाष्टक में ग्रहों का स्वभाव उग्र होता है. ऐसे किसी नए कार्य की शुरुआत, बिजनेस में इनवेस्टमेंट, मांगलिक कार्य करने की मनाही है. इससे असफलता की संभावनाएं बढ़ जाती है.