Easter Sunday 2023: ईस्टर पर क्या है अंडे का महत्व, क्यों अंडे को इतना खास मानते हैं ईसाई धर्म के लोग
ईस्टर जिसे कि प्रभु यीशु के फिर से जीवित होने की खुशी में मनाया जाता है. ईस्टर में प्रभु यीशु का पुनर्जन्म इस बात का भी संदेश है कि, सत्य कभी मरता नहीं है.
मान्यता है कि सूली पर चढ़ाए जाने के तीसरे दिन प्रभु यीशु दोबार जीवित हुए थे और 40 दिनों तक अपने शिष्यों के बीच रहकर उन्हें प्रेम-करुणा का पाठ पढ़ाकर वापस स्वर्ग चले गए थे.
बाइबल के अनुसार, गुड फ्राइडे पर सूली या क्रॉस पर चढ़ाने के तीसरे दिन रविवार को यीशु फिर से जीवित हो गए थे. इसलिए ईसाई धर्म के लोग ईस्टर संडे को खुशी के पर्व के रूप में मनाते हैं और इसका जश्न पूरे 40-50 दिनों तक चलता है.
ईस्टर संडे पर ईसाई धर्म के लोग चर्च जाते हैं, मोबत्तियां जलाते हैं, प्रभु यीशु का स्मरण करते हैं और बाइबल का पाठ करते हैं. लेकिन ईस्टर में ईस्टर एग की खास परंपरा होती है.
ईस्टर संडे पर अंडे का विशेष महत्व होता है. इस दिन लोग अंडों की तरह-तरह से साज-सजावट करते हैं और अंडे को रंग-बिरंगे रंगों से रंगकर कलाकृतियां की जाती है. साथ ही एक-दूसरे को भी अंडे का उपहार देते हैं.
ईसाई धर्म के लोग अंडे को नया जीवन और नई उमंग का संदेश मानते हैं. इसलिए ईस्टर पर अंडे का खास महत्व है.