Adhik Maas 2023: अधिकमास कब हो रहा है खत्म ? बचे हुए दिनों में जरुर कर लें ये काम, घर में विराजेंगी लक्ष्मी जी
अधिकमास में एकादशी का दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. ये व्रत 3 साल में एक बार आता है. अधिकमास के कृष्ण पक्ष की परमा एकादशी के दिन पीपल के वृक्ष के जल-दूध से सीचें और शाम को इसमें दीपक लगाकर इस मंत्र का जाप करें - मूलतो ब्रह्मरूपाय मध्यतो विष्णुरूपिणे। अग्रत: शिवरूपाय वृक्षराजाय ते नम:।। आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्। देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।।
अधिकमास में ये उपाय करने से धन की कमी दूर होती है. आर्थिक स्थिति में सुधार होता है. साधक पूर्वजों के आशीर्वाद से कई गुना तरक्की करता है.
अधिकमास में तीर्थ स्नान करने से आरोग्य और अमृत की प्राप्ति होती है. अधिकमास के शेष दिनों में किसी तीर्थ स्थल पर पवित्र नदी में स्नान जरुर करें. ये उपाय आपको मोक्ष की प्राप्ति कराएगा.
घर में क्लेश रहता है, परिवार की सुख-शांति को किसी की नजर लग गई है तो अधिकमास में मंदिर में ध्वजा दान करें. साथी ही दीपदान भी करें. इससे मानसिक, शारीरिक, और आर्थिक पीड़ा दूर होती है.
अधिकमास में सुहाग की सामग्री, अन्न, धन, कपड़े का दान करें. इससे कभी न खत्म होने वाला पुण्य मिलता है. दुख और दरिद्रता से मुक्ति मिलती है.