Independence Day Shayari: अपनों के साथ शेयर करें आजादी के जज्बे से भरी शायरियां, दिलों में जल उठेगी देशभक्ति की आग
''यह बात हवाओं को भी बताए रखना रोशनी होगी तो चिरागों को जलाए रखना. जिस तिरंगे की हिफाजत के लिए हमने लहू दिया है उसको दिल से दिल में हमेशा बसाए रखना'
गंगा यमुना और नर्मदा की धारा, मंदिर मस्जिद और गिरजाघर साथ हैं हमारे। शांति और प्रेम का यह संदेश देता है भारत, हमेशा अमन और भाईचारे का हो कारवां।
तुझ पर कोई गम की आंच आने नहीं दूंगा, कुर्बान मेरी जान तुझपे, साद रहे तू। ऐ वतन मेरे, आबाद रहे तू जहां भी रहूं याद रहे तू।
दे सलामी इस तिरंगे को जिससे हमारी शान है। सिर हमेशा ऊंचा रखना इसका, जब तक जान में जान है।
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त मेरी मिट्टी से भी खुशबू-ए-वफा आएगी लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है उछल रहा है जमाने में नाम-ए-आजादी
वतन की रेत जरा एड़ियां रगड़ने दे मुझे यकीं है कि पानी यहीं से निकलेगा सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है जोर कितना बाजू-ए-कातिल में है
हम अम्न चाहते हैं मगर जुल्म के खिलाफ गर जंग लाजमी है तो फिर जंग ही सही सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा हम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसितां हमारा