कहीं आपको ब्रेस्ट कैंसर तो नहीं? 2 मिनट में घर पर ऐसे कर सकते हैं चेक
भारत में महिलाओं में सबसे आम कैंसर ब्रेस्ट कैंसर है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, मौत की दर भी सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर से है. इसलिए हर महिला को महीने में एक बार खुद से ब्रेस्ट कैंसर की जांच करने की आदत डालनी चाहिए.
अगर आपकी उम्र 35 साल से ज्यादा है तो हर महीने पीरियड्स के खत्म होने के बाद यह जांच करें. इस समय ब्रेस्ट टिशूज मुलायम होते हैं और किसी गांठ या बदलाव को पहचानना भी आसान होता है.
घर पर ही ब्रेस्ट कैंसर की जांच करने के लिए शीशे के सामने खड़े होकर अपने ब्रेस्ट को ध्यान से देखें. इस समय नोटिस करें कि ब्रेस्ट के शेप या साइज में कोई बदलाव तो नहीं आया है या फिर स्किन पर खिंचाव या सिकुड़न तो महसूस नहीं हो रही है.
इसके अलावा देखें कि ब्रेस्ट निपल्स अंदर की ओर तो नहीं मुड़ रहे हैं या ब्रेस्ट की स्किन पर ऑरेंज पील जैसा टेक्सचर तो नहीं आ रहा है. यह सभी ब्रेस्ट कैंसर के संकेत हो सकते हैं.
ब्रेस्ट कैंसर की जांच करने के लिए आप अपनी उंगलियों के सिरे से ब्रेस्ट को हल्के दबाव में सर्कुलर मोशन में महसूस करें. अगर आपको ब्रेस्ट में गांठ, सूजन या दर्द महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
इसके अलावा नहाते वक्त भी आप आसानी से ब्रेस्ट कैंसर की जांच कर सकते हैं. नहाते वक्त आप अपने हाथों से ब्रेस्ट पर गांठ या असामान्य उभार को महसूस कर सकते हैं.
अगर आपके ब्रेस्ट या कांख में किसी तरह की गांठ, सूजन, दर्द या निप्पल से डिस्चार्ज दिखे तो इसे हल्के न लें. यह भी ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं.
अगर घर पर ही जांच के दौरान आपको कोई बदलाव महसूस हो तो आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि जल्दी पहचान से ही ब्रेस्ट कैंसर से बचाव किया जा सकता है.