प्रेग्नेंसी में इस विटामिन की कमी है खतरनाक, मां और बच्चे के लिए नुकसानदायक
प्रेगनेंसी में महिलाओं को हेल्दी रहने के लिए कई तरह के पोषक तत्व, विटामिंस और मिनिरल्स की जरूरत होती है. इन्हीं में से एक विटामिन-D है. ज्यादातर महिलाएं इस दौरान विटामिन A और C से भरपूर चीजें तो खाती हैं लेकिन विटामिन-डी को अनदेखा कर देती हैं, जो खतरनाक है. विटामिन डी खून में फॉस्फोरस और कैल्शियम की मात्रा संतुलित रखने में मदद करता है.
इसके अलावा कैल्शियम और फॉस्फोरस को अवशोषित करने और ब्लड में शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है. आइए जानते हैं प्रेगनेंसी में इस विटामिन की कितनी जरूरत होती है...
सर्दियों में प्रेगनेंसी के दौरान विटामिन डी की कमी बच्चे की ग्रोथ और सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है. इससे कई तरह के पोषक तत्वों की कमी हो सकती है. ज्यादातर प्रेगनेंट महिलाओं में ये कमी देखीजाती है. विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण के लिए तो जरूरी है ही, जो बच्चे की हड्डियों, दांतों और इम्यून सिस्टम के लिए बेहद जरूरी है.
प्रेगनेंसी में विटामिन D की कमी कितनी नुकसानदायक प्रेगनेंसी के दौरान विटामिन डी की कमी से डायबिटीज, प्रीक्लेम्पसिया और जन्म के समय बच्चे का वजन कम होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके कई गंभीर साइड इफेक्ट्स बच्चों में देखने को मिल सकते हैं. ऐसे में इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सर्दियों में विटामिन डी के अलावा प्रेगनेंसी में कई पोषण तत्वों की कमी हो सकती है. गर्भवती महिलाओं में खराब डाइट रिलेटेड हैबिट्स से उनमें आयरन, फोलेट और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स जैसे जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है. इसका असर गर्भ में पल रहे बच्चे के ब्रेन और नर्व्स सिस्टम की ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी हैं. आयरन की कमी से एनीमिया होने का खतरा रहता है, जबकित फोलेट बच्चे में न्यूरल ट्यूब दोष का खतरा बढ़ाता है. ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्रेन ग्रोथ, आंखों और ऑलओवर ग्रोथ के लिए जरूरी होता है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स, प्रेगनेंसी में महिलाओं के लिए जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर बैलेंस जरूरी है. विटामिन डी से भरपूर साल्मन और मैकेरल जैसी फैटी फिश, फोर्टिफाइड डेयरी प्रोडक्ट्स और अंडे को शामिल करना चाहिए. इसमें विटामिन डी के सप्लीमेंट लेसकते हैं. सर्दियों में धूप लेनी चाहिए, इससे विटामिन डी शरीर को मिल जाता है.