बूंद बूंद आ रहा पेशाब तो ये अंग होने वाला है खराब, तुरंत करें डॉक्टर को कॉल
पुरुषों में बूंद-बूंद पेशाब का सबसे आम कारण प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना (Benign Prostatic Hyperplasia - BPH) है. यह दिक्कत 50 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों में देखी जाती है. बढ़ा हुआ प्रोस्टेट यूरीन ट्रैक्ट पर प्रेशर डालता है, जिससे पेशाब की धार कमजोर हो जाती है और मूत्राशय पूरी तरह खाली नहीं हो पाता है.
यूरीन ट्रैक्ट में रुकावट या संकुचन (Urethral Stricture) के कारण भी पेशाब रुक-रुककर या बूंद-बूंद आ सकता है. यह कंडीशन पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकती है. हालांकि, पुरुषों में यह दिक्कत ज्यादा होती है. यूरीन ट्रैक्ट का संकुचन जन्मजात हो सकता है. कई बार यह चोट, इंफेक्शन या सर्जरी के कारण हो सकता है.
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन पेशाब में जलन, बार-बार पेशाब आने की इच्छा और बूंद-बूंद पेशाब आने का कारण बन सकता है. यह इंफेक्शन बैक्टीरिया के कारण होता है और अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह किडनी तक पहुंच सकता है.
किडनी में पथरी या अन्य दिक्कतें भी पेशाब की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं. पथरी यूरीन ट्रैक्ट में रुकावट पैदा करती है, जिससे पेशाब बूंद-बूंद निकलता है और दर्द होता है. अगर यह स्थिति काफी वक्त रहती है तो किडनी को परमानेंट नुकसान हो सकता है.
ब्लैडर की मांसपेशियों का कमजोर होना या उसकी कार्यक्षमता में कमी भी इस समस्या का कारण बन सकती है. यह स्थिति उम्र बढ़ने, नर्वस सिस्टम की समस्याओं या डायबिटीज जैसी बीमारियों के कारण हो सकती है.
कम पानी पीने या डिहाइड्रेशन के कारण पेशाब गाढ़ा हो सकता है, जिससे यूरीन ट्रैक्ट में रुकावट और बूंद-बूंद पेशाब की समस्या हो सकती है.