क्या आप भी हर समय रील्स स्क्रोल करते हैं? जानें विशेषज्ञों की चेतावनी
रोजाना लगातार रील्स देखने से हमारा दिमाग किसी एक काम पर लंबे समय तक ध्यान नहीं लगा पाता है. छोटी-छोटी क्लिप्स देखने की आदत से हमारा दिमाग जल्दी बोर हो जाता है और किसी भी काम में स्थायी ध्यान बनाए रखना मुश्किल हो जाता है.
ज्यादा रील्स देखने से हमारे शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन कम होने लगता है. यह हार्मोन नींद और शरीर की एनर्जी के लिए बहुत जरूरी है. जब यह कम होता है, तो नींद की समस्या और दिनभर थकान महसूस होना आम बात है.
ज्यादा स्क्रीन टाइम हमारे दिमाग को थका देता है. लगातार रील्स देखने वाले लोग अक्सर मानसिक थकान और सिर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करते हैं.
रील्स देखने की लत कोर्टिसोल हार्मोन को बढ़ा सकती है. कोर्टिसोल स्ट्रेस हार्मोन है, जो शरीर और दिमाग दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. इससे व्यक्ति ज्यादा तनाव में रहने लगता है.
रील्स की लत से बचने के लिए सोशल मीडिया ऐप्स पर टाइमर लगाएं, अलर्ट आने पर ऐप तुरंत बंद कर दें, हफ्ते में कम से कम एक दिन रील्स न देखने का तय करें, रात को सोने से कम से कम एक घंटे पहले फोन का यूज बंद कर दें, रोजाना 10 मिनट वॉक और गहरी सांस की एक्सरसाइज करें और फोन के नोटिफिकेशन बंद कर दें ताकि बार-बार डिस्टर्ब न हों.
रील्स देखने की आदत सिर्फ मनोरंजन नहीं है, बल्कि यह धीरे-धीरे हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है. इसलिए जरूरी है कि हम अपने डिजिटल लाइफस्टाइल पर कंट्रोल रखें और समय-समय पर फोन से दूरी बनाकर खुद को रिलैक्स करें.