डायबिटीज के रिस्क से हमेशा टेंशन फ्री रहने के लिए अपनाए ये बेहतरीन तरीका, शुगर लेवल रहेगा कंट्रोल में
अतिरिक्त वजन टाइप 2 डायबिटीज का सबसे महत्वपूर्ण कारण होता है. मोटापा इस विकार के विकास के अवसर को बढ़ाता है. इसलिए अपने शरीर के वजन का नियंत्रित करना और अपना बीएमआई (BMI) जांचना इस जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है.
हेल्दी फैट्स खराब कोलेस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाते हैं और ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर करने के लिए अच्छे होते हैं. न्यूट्रिशनिस्ट आहार में स्वस्थ वसा युक्त खाद्य पदार्थ जैसे जैविक A2 घी, नारियल, एवोकैडो, जैतून, नट और बीज शामिल करने का सुझाव देते हैं.
अपने शरीर के वजन को मैनेज करने के लिए, आपको एक ऐसा रुटीन शुरू करना होगा जिसमें आपको कम से कम 45 मिनट के लिए गतिशील रहना होगा. व्यायाम शरीर की क्षमता को सुधारता है जिससे इंसुलिन (डायबिटीज से संबंधित एक हार्मोन) का उपयोग करने और ग्लूकोज को शोषित करने की क्षमता में सुधार होती है.
डायबिटीज से बचने के लिए सबसे पहले चीनी के सेवन से बचें. सोडा, फलों का रस, आइस्ड टी, और शक्करयुक्त मिठाइयां, ये सभी डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकते हैं. एक अध्ययन में पाया गया कि यदि प्रतिदिन अधिक मात्रा में शक्कर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाए, तो डायबिटीज की घटनाओं में 32% की वृद्धि होती है.
शराब के अधिक सेवन से न केवल डायबिटीज के लिए शरीर को खतरा होता है, बल्कि हृदय रोग भी होने की संभावना होती है.
तनाव इंसुलिन रेस्सिटेंस का कारण बन सकता है, जिससे डायबिटीज हो सकता है. हेल्दी आहार से भी तनाव को कम किया जा सकता है. हेल्दी आहार चिंता, अवसाद, मिजाज और तनाव को दूर कर सकते हैं.
अगर आप डायबिटिक हैं तो आपको कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रहना चाहिए. इसके बजाय नींबू पानी, नारियल पानी और सब्जियों का जूस जैसी हेल्दी ड्रिंक्स पी सकते हैं. इससे आप हाइड्रेट रहेंगे और आपका ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल रहेगा.