डिलीवरी से पहले क्यों जरूरी है प्रीनेटल जेनेटिक टेस्टिंग, जानें कारण
जेनेटिक टेस्ट से हमें यह जानने में मदद मिलती है कि बच्चे में कोई आनुवांशिक समस्या तो नहीं है. अगर हां, तो इससे हमें जल्दी पता चल जाता है और हम सही समय पर उचित कदम उठा सकते हैं,
तैयारी का मौका: जांच के ज़रिए अगर कोई विशेष स्थिति सामने आती है, तो माता-पिता और डॉक्टर मिलकर बच्चे के लिए सबसे बेहतर योजना बना सकते हैं. इससे पहले की अपेक्षा, माता-पिता को तैयारी का पूरा मौका मिलता है.
खुशियों की शुरुआत: जेनेटिक टेस्टिंग से न केवल संभावित चुनौतियों के बारे में पता चलता है, बल्कि यह भी पता चलता है कि बच्चा स्वस्थ है. इससे माता-पिता को बच्चे के स्वागत की तैयारियों में और भी ज्यादा खुशी मिलती है.
मानसिक शांति: यह जांच कराने से माता-पिता को एक मानसिक शांति भी मिलती है. उन्हें पता चलता है कि वे अपने बच्चे के लिए सब कुछ सही कर रहे हैं.
माता-पिता न सिर्फ बच्चे के लिए बेहतर तैयारी कर सकते हैं, बल्कि यह उन्हें यह भरोसा भी दिलाता है कि वे अपने आने वाले बच्चे के लिए सही दिशा में कदम उठा रहे हैं.