क्या Teenage लड़कियां कर सकती हैं टैम्पोन या मेन्स्ट्रुअल कप का इस्तेमाल? जानें
टैम्पोन और मेन्स्ट्रुअल कप दो अलग-अलग तरह के पीरियड प्रोडक्ट हैं. जिन्हें योनि के अंदर इंसर्ट किया जाता है. पर क्या इन्हें इस्तेमाल करने का कोई जोखिम भी है! आइए जानें.
तो आपको बता दें कि इनका प्रयोग पीरियड शुरू होने के तुरंत बाद भी किया जा सकता है.
जैसे ही बच्चियों में पीरियड स्टार्ट हो जाता है, तो वे प्यूबर्टी गेन कर लेती हैं और किसी भी प्रकार के टेम्पोन या मेन्स्ट्रुअल कप के प्रयोग के लिए पूरी तरह तैयार होती हैं.
महिलाओं को इसके इस्तेमाल से पहले इसे योनि में लगाना कैसे है ये सीखना महत्वपूर्ण है.
टेम्पोन का चुनाव ब्लड के फ्लो के अनुसार कर सकती हैं स्टार्टिंग में पतली वाली टेम्पोन का इस्तेमाल करें फिर फ्लो के अनुसार आप दूसरे साइज के टेम्पोन की तरफ स्वीच कर सकती हैं.
मार्केट में मेंस्ट्रुएशनल फ्लो के अनुसार लाइट, रेगुलर और सुपर एब्जॉर्बशन वाले टेम्पोन उपलब्ध हैं.
टेम्पोन कोे इस्तेमाल करने के लिए कॉटन और रेयॉन से बने टेम्पोन के टिप को पकड़कर योनि के स्किन के फोल्ड को खोला जाता है. फिर धागे को अंदर की ओर स्लाइड कराया जाता है.
मेन्स्ट्रुअल कप का इस्तेमाल पीरियड स्टार्ट होते ही मेन्स्ट्रुअल कप का इस्तेमाल शुरू किया जा सकता है.
बाजार में टीनएजर लड़कियों को ध्यान में रखकर कई आकार के मेंस्ट्रुअल कप मौजूद हैं. सिलिकॉन या लेटेक्स से बने मेंस्ट्रुअल कप को बिना एप्लीकेटर की सहायता के टेम्पोन की तरह ही योनि के अंदर डाला जाता है. यह ब्लड को इकट्ठा करता है.
टेम्पोन या मेंस्ट्रुअल को लेकर यह मिथ है कि इसके इस्तेमाल से वर्जिनिटी खोने का डर रहता है. आपको बता दें कि कप धीरे से हाइमन को फैलाता है. दूसरी ओर वर्जिनिटी एक सामाजिक अवधारणा है, जो सेक्स से संबंधित है न कि सेनिटरी प्रोडक्ट्स से.