देश में तेजी से बढ़ रहा है स्वाइन फ्लू का खतरा, इस तरह से करें बचाव
स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस का एक प्रकार है, जो सूअरों से इंसानों में फैलने वाला घातक वायरस होता है, इसे H1N1 के नाम से भी जाना जाता है. साल 2009 में पहली बार स्वाइन फ्लू का मामला सामने आया था और अब यह वायरस तेजी से स्प्रेड हो रहा है. इस साल जनवरी में 500 से ज्यादा लोग स्वाइन फ्लू की चपेट में आ गए, जिनमें से 6 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में केंद्र सरकार ने इसे लेकर एडवाइजरी भी जारी की है.
केंद्र सरकार की जारी एडवाइजरी के अनुसार दिल्ली, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में हालत गंभीर है, इन राज्यों में इस साल सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. जनवरी में 500 से ज्यादा लोग स्वाइन फ्लू की चपेट में आए. वहीं, 6 लोगों की इलाज के दौरान ही मौत हो गई है. इसके अलावा पुडुचेरी, महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर और गुजरात में भी स्वाइन फ्लू के मामले नजर आएं.
H1N1 इन्फ्लूएंजा वायरस पहले सूअरों को ही इफेक्ट करता था, लेकिन अब यह इंसानों को भी संक्रमित कर रहा है. इसके सामान्य लक्षणों में बुखार आना, थकान महसूस होना, भूख न लगना, खांसी आना, लगातार गले में खराश होना, उल्टी या दस्त होना है. लेकिन अधिकांश लोग इसे सामान्य सर्दी जुकाम समझकर ही इलाज में देरी कर देते हैं, जिससे कंडीशन और ज्यादा बिगड़ जाती है.
स्वाइन फ्लू से बचाव करने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखें, नियमित रूप से हाथ साबुन और पानी से धोएं. अगर साबुन ना मिले तो हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
भीड़भाड़ वाली जगह पर मास्क लगाए, अगर किसी को खांसी जुकाम है, तो उससे दूरी बनाए रखें.
इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए पौष्टिक डाइट लें, जिसमें विटामिन सी और डी ज्यादा से ज्यादा मात्रा में लें, ताजे फल, हरी सब्जी, हल्दी वाला दूध और तुलसी अदरक की चाय का सेवन करें.