ठंड में नमी वाले कपड़े तो नहीं पहन लेते हैं आप, शरीर पर होता है ये इफेक्ट
गीले या आधे सूखे कपड़ों में नमी फंसी रहती है. यह नमी आपकी स्किन के संपर्क में आते ही जलन, लाल दाने और खुजली पैदा करती है.जिनकी स्किन सेंसिटिव होती है, उन्हें यह समस्या और ज्यादा परेशान करती है.
नमी बैक्टीरिया और फंगस के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है. ऐसे कपड़े पहनने पर ये सूक्ष्म जीव स्किन पर फैल जाते हैं, जिससे रैशेज, फंगल इंफेक्शन, स्किन डार्क पैच जैसी दिक्कतें होने लगती हैं.
गीले कपड़ों में नमी रहने से उनमें एक तरह की सीलन जैसी बदबू आने लगती है. फंगस बढ़ने पर कपड़ों पर काले या हरे धब्बे भी बन सकते हैं, जिन्हें हटाना मुश्किल होता है. इससे कपड़ों की लाइफ भी कम हो जाती है.
नमी वाले कपड़े शरीर की गर्मी को सोख लेते हैं और बाहर छोड़ देते हैं. इससे शरीर तुरंत ठंडा हो जाता है और आप सामान्य से ज्यादा ठंड महसूस करते हैं. लंबे समय तक ऐसा कपड़ा पहनने पर शरीर का तापमान भी गिर सकता है.
बहुत ज्यादा ठंड में नमी वाले कपड़े पहनने से शरीर का तापमान तेजी से गिरता है.यह स्थिति गंभीर भी हो सकती है, जिसे हाइपोथर्मिया कहते हैं. खासकर बच्चों, बुजुर्गों, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को इससे ज्यादा खतरा रहता है.
ठंड में नमी वाले कपड़े पहनने से गले में, खराश, बहती नाक, बदन दर्द, थकान जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग आसानी से बीमार पड़ सकते हैं.