Heart Attack: मरीज देखते-देखते डॉक्टर को हार्ट अटैक और मौत, मर्दों में कैसे होते हैं हार्ट फेल्योर के लक्षण?
सुबह करीब 8 बजे डॉ. त्रिनाथ पाल अस्पताल पहुंचे थे और ओपीडी में मरीजों को देख रहे थे. इसी दौरान उन्होंने भारी सीने के दर्द की शिकायत की. थोड़ी देर बाद वे वॉशरूम गए, लेकिन काफी देर तक बाहर नहीं आए.
जब स्टाफ ने उनकी तलाश की तो डॉक्टर वॉशरूम में बेहोश मिले. तुरंत जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. अस्पताल टीम के लिए यह घटना बेहद चौंकाने वाली थी.
AIIMS भुवनेश्वर के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख और डॉ. पाल के पुराने मित्र, डॉ. रमा चंद्र बारिक ने बताया कि डॉ. पाल को पहले से ही हार्ट की समस्या थी. कुछ समय पहले उनकी बायपास सर्जरी हुई थी और वे नियमित दवाइयाँ भी ले रहे थे.
हार्ट अटैक एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है, जिसमें हार्ट तक खून की आपूर्ति अचानक रुक जाती है. यह आमतौर पर आर्टरीज में प्लाक या कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण होता है. डॉक्टरों के अनुसार यह खतरा पुरुषों में अधिक देखा जाता है.
एक्सपर्ट बताते हैं कि कई पुरुष शुरुआती लक्षणों को हल्के में ले लेते हैं और उन्हें थकान या गैस-एसिडिटी समझकर अनदेखा कर देते हैं. लेकिन यही चूक जानलेवा बन सकती है.
कार्डियोलॉजिस्ट के अनुसार, छाती में दबाव या भारीपन, सांस फूलना, पसीना आना और हाथ या जबड़े तक फैलने वाला दर्द बेहद गंभीर संकेत हैं. इन्हें कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. समय पर इलाज मिल जाए तो जान बच सकती है.