✕
  • होम
  • इंडिया
  • विश्व
  • उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
  • बिहार
  • दिल्ली NCR
  • महाराष्ट्र
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • हरियाणा
  • पंजाब
  • झारखंड
  • गुजरात
  • छत्तीसगढ़
  • हिमाचल प्रदेश
  • जम्मू और कश्मीर
  • बॉलीवुड
  • ओटीटी
  • टेलीविजन
  • तमिल सिनेमा
  • भोजपुरी सिनेमा
  • मूवी रिव्यू
  • रीजनल सिनेमा
  • क्रिकेट
  • आईपीएल
  • कबड्डी
  • हॉकी
  • WWE
  • ओलिंपिक
  • धर्म
  • राशिफल
  • अंक ज्योतिष
  • वास्तु शास्त्र
  • ग्रह गोचर
  • एस्ट्रो स्पेशल
  • बिजनेस
  • हेल्थ
  • रिलेशनशिप
  • ट्रैवल
  • फ़ूड
  • पैरेंटिंग
  • फैशन
  • होम टिप्स
  • GK
  • टेक
  • ऑटो
  • ट्रेंडिंग
  • शिक्षा

खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण इन बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा, लक्षणों को ऐसे पहचानें

एबीपी लाइव   |  05 Mar 2025 06:29 PM (IST)
1

इन बीमारियों में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों ही तरह की समस्याएं शामिल हैं. अध्ययनों से पता चला है कि कैसे एक नॉन फिजिकल लाइफस्टाइल कई पुरानी बीमारियों का कारण बन सकती है. यह जानने के लिए पढ़ें कि जब आप एक गतिहीन जीवनशैली का पालन करते हैं तो आपके शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है.

2

जब आप लंबे समय तक निष्क्रिय रहते हैं, तो यह रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल के स्तर और सूजन को बढ़ा सकता है, ये सभी हृदय रोग के जोखिम कारक हैं. जब आप निष्क्रिय होते हैं, तो हृदय को रक्त पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, और परिसंचरण कम कुशल होता है. इससे धमनियों में पट्टिका का निर्माण होता है (एथेरोस्क्लेरोसिस) और यह समय के साथ दिल के दौरे या स्ट्रोक का कारण बन सकता है.

3

लंबे समय तक बैठे रहने से मुद्रा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे झुकना और पीठ दर्द हो सकता है. समय के साथ यह पुरानी मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं को जन्म दे सकता है.

4

एक गतिहीन लाइफस्टाइल इंसुलिन प्रतिरोध के प्रमुख कारणों में से एक है जिसके परिणामस्वरूप समय के साथ उच्च रक्त शर्करा का स्तर होता है और टाइप 2 मधुमेह का कारण बनता है. शारीरिक गतिविधि की कमी आपके शरीर की ऊर्जा के लिए ग्लूकोज का उपयोग करने की क्षमता को भी कम करती है, जिससे मधुमेह विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है.

5

गतिहीन जीवनशैली से कैलोरी खर्च में भी कमी आती है, जिससे समय के साथ वजन बढ़ सकता है. यदि आप जितनी कैलोरी जलाते हैं, उससे ज़्यादा कैलोरी का सेवन करते हैं, तो शरीर में अतिरिक्त चर्बी जमा हो जाती है और इससे मोटापा हो सकता है. मोटापा कई पुरानी स्वास्थ्य स्थितियों के लिए भी एक जोखिम कारक है.

6

लंबे समय तक बैठे रहने या ज़्यादा न हिलने-डुलने से रक्त संचार खराब हो सकता है, खासकर पैरों में. इससे सूजन, वैरिकाज़ नसें और डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) हो सकता है.

  • हिंदी न्यूज़
  • फोटो गैलरी
  • हेल्थ
  • खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण इन बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा, लक्षणों को ऐसे पहचानें
About us | Advertisement| Privacy policy
© Copyright@2025.ABP Network Private Limited. All rights reserved.