Kitchen Hacks: कब बदलें नॉन स्टिक बर्तन, इन संकेतों से समझिए
कहीं आपके नाॅन स्टिक बर्तन में खाना स्टिक तो नहीं हो रहे है! जी हां, कहा जाता है कि नाॅन स्टिक बर्तन में खाना चिपकता नहीं है लेकिन उसमें भी खाना बनाते वक्त खाना चिपकने लगे तो आप को यह समझ जाना चाहिए कि इन्हें बदलने का समय आ गया है.
हर चीज की एक लाइफ होती है, जिसके बाद कुछ ऐसे संकेत मिलने लगते हैं जिसके बाद उन्हें बदल देना चाहिए. यह चीज बर्तनों के साथ भी है. चाहे वो स्टील के बर्तन हो या फिर नाॅन स्टिक के ही क्यों ना हो. तो आइए आज हम आपको बताएंगे कि किन संकेतों को समझ कर आपकों अपने नाॅन स्टिक बर्तन को रिप्लेस करना चाहिए.
बैलेंस का बिगड़ जाना: अगर आपके भी नाॅन स्टिक बर्तन टेढ़े मेढ़े हो गए हैं तो आप समझ जाएं कि इन्हें बदलने का समय आ गया है. आप इन बर्तनों का जब भी इस्तेमाल करेंगे तो एक तो यह चुल्हे पर ठीक से बैठेंगे नहीं और यही कारण है इनमें खाना भी ठीक से नहीं पक पाता. तब आप इन्हें रिप्लेस कर सकते हैं.
रंग का छूटना: नाॅन स्टिक बर्तन में अगर उनकी कोटिंग छुटने लगे तो आप समझ जाएं कि इन्हें बदलने का समय आ गया है. जी हां, यह कोटिंग काफी लंबे समय से बर्तन के उपयोग करने या फिर गर्मी के कारण हो जाते हैं.
स्क्रैच: अगर आपके नाॅन स्टिक बर्तनों में खरोज आ गए हैं तो इन्हें तुरंत बदलें वरना यह आपके सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं. जी हां, दरअसल इन बर्तनों में टाॅक्सिन होता है जो सेहत के लिए अच्छा नहीं होता.
4 साल में बदल दें बर्तन: हर चीज की एक लाइफ होती है उसे बाद उस समान का उपयोग न ही करें तो वह आपके सेहत के लिए बेहतर होगा. वैसे ही नाॅन स्टिक बर्तनों की शेल्फ लाइफ 4 से 5 साल की ही होती है इसके बाद इन बर्तनों को रिप्लेस कर दिया करें.