Health Tiips: किडनी स्टोन से जुड़े ऐसे मिथ जिसे हम अक्सर समझ लेते हैं सच
भारत में सबसे ज्यादा किडनी स्टोन के मामले नॉर्थ इंडिया में मिलते हैं. कुछ डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट ने अनुमान लगाया गया है कि उत्तर भारत के लोगों को किडनी स्टोन होने का खतरा 10 से 15 प्रतिशत अधिक होता है. वहीं किडनी स्टोन को लेकर इंटरनेट पर कई तरह की जानकारी है. लेकिन सवाल यह उठता है कि हर जानकारी पर आंख बंद करके विश्वास तो कर नहीं सकते हैं. खासकर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी पर तो बिल्कुल भी आंख मूंदकर विश्वास नहीं किया जा सकता है.
जब भी किसी व्यक्ति के ब्लड में पोटैशियम का लेवल बढ़ने लगता है तो उन्हें टमाटर खाने के लिए मना किया जाता है. दूसरी बीमारी में भी टमाटर खाने के लिए मना किया जाता है.
दूध में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है. इसलिए किडनी के मरीज को दूध नहीं पीनी चाहिए. इससे बीमारी बढ़ सकती है.
हेल्थ साइट में छपी खबर के मुताबिक हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो किडनी के मरीज को दूध पीनी चाहिए. यह स्टोन को बढने से रोकता है. हालांकि किडनी के मरीज को एक लीमिट मात्रा में दूध पीने की सलाह दी जाती है.
कुछ लोगों के किडनी में पत्थर होने के बावजूद दर्द नहीं होता है. वहीं कुछ लोगों को जब टॉयलेट करने में दिक्कत होती है तो पीठ पर प्रेशर होता है. तब पीठ में गंभीर दर्द की शिकायत होती है. इन सब के अलावा उल्टी, पेशाब में खून, यरीन पास करने में जलन की दिक्कत होती है. किडनी स्टोन में खुद से किसी भी तरह के घरेलू उपचार से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें.