Pregnancy Diet: प्रेग्नेंसी के फर्स्ट ट्राइमेस्टर में भूलकर भी न खाएं 6 फूड्स, वरना
गर्भवती महिलाओं को कच्चा अंडा भी खाने से बचना चाहिए. अच्छी तरह पकाकर ही अंडे का सेवन करना चाहिए. अधपके अंडे से सालमोनेला इंफेक्शन हो सकता है. इससे उल्टी और दस्त की प्रॉब्लम हो सकती है.
अगर आप शराब या एल्कोहल लेती हैं तो गर्भवस्था में इसे अवॉयड करना चाहिए. स्टडी के मुताबिक, एल्कोहल से गर्भपात का खतरा चार गुना तक ज्यादा होता है. शराब की कुछ बूंदे ही बच्चे के मस्तिष्क के विकास में बाधा पैदा कर सकता है. कई अध्य्यन में ये बात साबित हो चुकी है.
डॉक्टर बताते हैं कि प्रेग्नेंसी में बहुत ही कम कैफीन लेनी चाहिए. अब चूंकि चाय-कॉफी और चॉकलेट में काफी कैफीन पाई जाती है. ज्यादा कैफीन से गर्भपात का खतरा रहता है. कैफीन बच्चे को वजन को जन्म के समय कम भी कर सकता है.
गर्भावस्था में भूलकर भी कच्चा पपीता नहीं खाना चाहिए. कच्चे पपीते में एक ऐसा केमिकल होता है, जो बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए डॉक्टर भी इससे बचने की सलाह देते हैं.
फास्ट फूड में प्रोसेस्ड फूड्स और रिफाइंड फूड्स आते हैं.गर्भावस्था में इसे खाना नुकसानदायक हो सकता है. फास्ट फूड से मां ही नहीं बच्चों में भी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए इस दौरान तला-भुना और बाहर की चीजों को न खाने को कहा जाता है.
चिकन में बैक्टीरिया और कई परजीवी पाए जाते हैं, जो शिशु की सेहत के लिए खतरनाक माने जाते हैं. प्रेग्नेंसी में भी यह हेल्थ प्रॉब्लम पैदा कर सकते हैं. विकलांगता, मिर्गी और अंधेपन की समस्या भी हो सकती है.