हल्के में न लें सिरदर्द, इन 6 गंभीर बीमारियों को ओर करता है इशारा
माइग्रेन: माइग्रेन का दर्द तेज और धड़कन जैसा होता है. इसमें मिचली आना, रोशनी और आवाज़ से संवेदनशीलता भी बढ़ जाती है. अगर सिरदर्द बार-बार एक ही साइड पर हो रहा है, तो यह माइग्रेन का संकेत हो सकता है.
हाई ब्लड प्रेशर: हाई बीपी में सिरदर्द अक्सर सुबह उठने के बाद या दिनभर दबाव जैसा महसूस होता है. लगातार सिरदर्द ब्लड प्रेशर असंतुलन का गंभीर लक्षण हो सकता है.
साइनस इंफेक्शन: साइनस की समस्या में माथे, आंखों और नाक के आसपास भारीपन और दर्द होता है. सिर झुकाने या झटके से दर्द और बढ़ जाता है। इसे सामान्य सिरदर्द समझने की भूल न करें.
ब्रेन ट्यूमर: लगातार और असामान्य सिरदर्द, जो दवा लेने के बाद भी कम न हो, ब्रेन ट्यूमर का शुरुआती संकेत हो सकता है. इसके साथ उल्टी और दृष्टि धुंधली होना भी देखा जाता है.
किडनी प्रॉब्लम: पानी की कमी या किडनी की परेशानी से भी सिरदर्द शुरू हो सकता है. शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन दिमाग पर असर डालता है और तेज दर्द की वजह बन सकता है.
स्ट्रोक का संकेत: अगर सिरदर्द अचानक और बहुत तेज़ हो, साथ ही बोलने, देखने या चलने में दिक्कत होने लगे, तो यह स्ट्रोक का गंभीर संकेत हो सकता है. ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है.