मोमोज खाने से होती हैं ये पांच बीमारियां, अपनी जान खुद खतरे में तो नहीं डाल रहे आप?
मोमोज की बाहरी परत मैदे से बनाई जाती है, जो गेहूं से प्रोटीन और फाइबर निकालने के बाद बचे स्टार्च से तैयार होता है. मैदा आसानी से पचता नहीं है और आंतों में चिपक सकता है, जिससे कब्ज, गैस, और पेट फूलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
मोमोज के साथ परोसी जाने वाली तीखी लाल चटनी खराब क्वालिटी की मिर्च से बनाई जाती है. यह चटनी पाइल्स (बवासीर) और गैस्ट्राइटिस का खतरा बढ़ाती है. इस चटनी को ज्यादा खाने से पेट और आंतों में जलन, सूजन और ब्लीडिंग भी हो सकती है.
मोमोज में इस्तेमाल होने वाला मैदा उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है. मैदे में मौजूद स्टार्च और मोमोज में मिलाया जाने वाला मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) मोटापे का कारण बन सकता है.
नियमित रूप से मोमोज खाने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर बढ़ सकता है, जो मोटापे और टाइप-2 मधुमेह के खतरे को बढ़ाता है. इसके अलावा मैदा में मिलाए जाने वाले केमिकल्स जैसे बेंजोयल पेरोक्साइड और एजोडिकार्बोनामाइड से पैंक्रियास को नुकसान पहुंचता है. इससे इंसुलिन प्रॉडक्शन प्रभावित होता है और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.
मोमोज में इस्तेमाल होने वाली सब्जियों जैसे पत्ता गोभी और नॉन-वेज स्टफिंग जैसे चिकन या मांस में अगर क्वालिटी का ध्यान नहीं रखा गया तो यह फूड पॉइजनिंग और पेट में इंफेक्शन का कारण बन सकता है. 2020 में इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, कैटरिंग एंड न्यूट्रिशन, पूसा ने एक स्टडी की थी.
इसमें पाया गया था कि दिल्ली के स्ट्रीट फूड्स खासकर मोमोज में कोलीफॉर्म बैक्टीरिया का लेवल बहुत ज्यादा होता है, जो डायरिया और अन्य पाचन संबंधी बीमारियों को ट्रिगर करता है.
मोमोज में मौजूद मैदा, MSG, और तीखी चटनी का कॉम्बिनेशन हार्ट हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है. मैदा में मौजूद स्टार्च और MSG कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के लेवल को बढ़ाते हैं, जो खून की धमनियों में प्लाक जमा होने का कारण बनता है. इससे हार्ट डिजीज और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है.
कई रिसर्च में मोमोज के अत्यधिक सेवन से कैंसर का खतरा भी बताया गया है. दरअसल, मोमोज में इस्तेमाल होने वाला MSG और मैदा को नरम और सफेद बनाने के लिए मिलने वाले केमिकल्स जैसे एजोडिकार्बोनामाइड और बेंजोयल पेरोक्साइड कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं.