क्या खड़े होकर पानी पीने से वाकई खराब हो जाते हैं घुटने, क्या कहता है साइंस?
अगर हम इस दावे को साइंस की नजर से देखते हैं तो पता चलता है कि खड़े होकर पानी पीने से घुटनों पर सीधे तौर पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है.
दरअसल, घुटनों के खराब होने का कारण पानी पीना नहीं बल्कि शरीर में बढ़ता वजन, शरीर में विटामिन्स की कमी और हड्डियों की मजबूती से जुड़ी दिक्कतें होती हैं.
खड़े होकर पानी पीने पर बस इतना फर्क पड़ता है कि पानी जल्दी-जल्दी पेट में चला जाता है, जिससे पाचन तंत्र पर हल्का दबाव पड़ सकता है.
वहीं, बैठकर पानी पीने से शरीर आराम की स्थिति में होता है और पानी धीरे-धीरे अंदर जाता है, जिससे पाचन और पोषक तत्वों का मिक्चर बेहतर हो सकता है.
साइंटिफिक स्टडीज में भी कहीं यह साबित नहीं हुआ है कि खड़े होकर पानी पीने से घुटनों को कोई नुकसान पहुंचता है या गठिया जैसी बीमारी हो सकती है.
हां, ये सच है कि लगातार खड़े रहकर काम करना और भारी वजन उठाना घुटनों की समस्या को बढ़ा सकता है, लेकिन इसका पानी पीने से कोई सीधा संबंध नहीं है.
अगर आप चाहें तो खड़े होकर भी पानी पी सकते हैं और बैठकर भी. बस ध्यान रखें कि पानी साफ, पर्याप्त और सही समय पर पिया जाए. यही सेहत के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है.