क्या हाई ब्लड प्रेशर के मरीज पी सकते हैं कॉफी? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
कॉफी में कैफीन होता है, जो एक स्टिमुलेंट है. कैफीन ब्लड प्रेशर को टेम्परेरी रूप से बढ़ा सकता है. यह इफेक्ट आमतौर पर कॉफी पीने के कुछ मिनटों के भीतर होता है और कुछ घंटों तक रह सकता है. यह बढ़ोतरी हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकती है. कुछ लोग कैफीन के प्रति अधिक सेंसिटिव होते हैं, जबकि अन्य पर इसका कम प्रभाव पड़ता है.
गुड़गांव स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट में कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी के डायरेक्टर डॉ. उद्गीथ धीर कहते हैं कि ब्लड प्रेशर और कॉफी को लेकर हुई रिसर्च में इस बात पर अलग-अलग रिजल्ट्स देखने को मिले हैं. दरअसल, हाई ब्लड प्रेशर में कॉफी पीने को प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग होता है. इसको विशेषज्ञ शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म इफेक्ट के रूप में देखते हैं.
शॉर्ट टर्म इफेक्ट की बात करें, तो हां, कॉफी कैफीन की वजह से आपका ब्लड प्रेशर थोड़ी देर के लिए बढ़ा सकती है. वहीं, लॉन्ग टर्म इफेक्ट में ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा नहीं होता. कुछ रिसर्च तो यह भी बताती हैं कि मॉडरेट कॉफी कंजम्पशन से हार्ट डिजीज का रिस्क कम हो सकता है.
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर है और आप कॉफी पीना चाहते हैं, तो यहां कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए. आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए. यह सबसे इंपॉर्टेंट स्टेप है, क्योंकि आपका डॉक्टर आपकी मेडिकल कंडीशन, आपकी दवाइयों और आपकी ओवरऑल हेल्थ के आधार पर आपको सही सलाह दे सकता है.
कॉफी पीने के बाद अपने ब्लड प्रेशर को चेक करें. अगर आपके डॉक्टर अनुमति देते हैं, तो एक या दो कप कॉफी पीना शायद सेफ हो. ज्यादा मात्रा में कैफीन लेने से बचें. यही नहीं, अगर आपको कॉफी पसंद है लेकिन कैफीन से बचना चाहते हैं, तो डिकैफिनेटेड कॉफी एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. इसमें कैफीन बहुत कम मात्रा में होता है.
ऐसे में देखा जा सकता है कि हाई ब्लड प्रेशर होने पर कॉफी पीना है या नहीं. यह एक इंडिविजुअल डिसीजन है जिसे डॉक्टर की सलाह और अपनी बॉडी की रिएक्शन्स को ध्यान में रखकर लेना चाहिए. मॉडरेट कंजम्पशन अक्सर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन सावधानी बरतना हमेशा बेहतर होता है.