महिलाओं और पुरुषों में अलग असर क्यों दिखाती है शराब और सिगरेट? ये रहा जवाब
शराब और सिगरेट का पुरुषों और महिलाओं पर कई कारणों से अलग-अलग प्रभाव हो सकता है. महिलाएं पुरुषों की तुलना में शराब को ज़्यादा अवशोषित करती हैं और बनाए रखती हैं.जिससे ब्लड में अल्कोहल की मात्रा अधिक होती है और इसमें जहरीला पदार्थ अधिक होती है. ऐसा महिलाओं के शरीर में वसा और एस्ट्रोजन का स्तर अधिक होने और मेटाबोलाइज़िंग एंजाइम के कम स्तर के कारण होता है.
निकोटीन का पुरुषों और महिलाओं पर अलग-अलग प्रभाव हो सकता है.निकोटीन पुरुषों में व्यक्तिपरक उत्तेजना को बढ़ा सकता है. लेकिन महिलाओं में सकारात्मक मनोदशा को कम कर सकता है.
निकोटीन दोनों लिंगों में शराब के शामक जैसे प्रभावों को बढ़ा सकता है. हालांकि, निकोटीन पुरुषों में चुने जाने वाले मादक पेय की संख्या को भी बढ़ा सकता है. लेकिन महिलाओं में नहीं.
महिलाएं पुरुषों की तुलना में शराब से संबंधित हृदय रोग के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं. भले ही वे अपने जीवनकाल में कम शराब का सेवन करती हों.
धूम्रपान हर साल महिलाओं में क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से होने वाली 80 प्रतिशत मौतों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है.धूम्रपान पुरुषों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है, लेकिन धूम्रपान छोड़ने से इस नुकसान को कुछ हद तक ठीक किया जा सकता है.
धूम्रपान टाइप 2 मधुमेह में योगदान देता है और बीमारी से जटिलताओं के जोखिम को बढ़ाता है.धूम्रपान पुरुषों की यौन क्रिया को प्रभावित कर सकता है.