Tuberculosis Diagnosis AI: इस तरह रिकॉर्ड करें अपनी आवाज और AI बता देगा कि आपको टीबी है या नहीं? जानें कैसे काम करेगी यह तकनीक
अब टेक्नोलॉजी की मदद से टीबी की पहचान पहले से आसान हो गई है. वैज्ञानिकों ने ऐसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक विकसित की है जो सिर्फ आवाज सुनकर यह बता सकती है कि व्यक्ति को टीबी है या नहीं.
यह AI टूल मरीज की खांसी और सांस की आवाज रिकॉर्ड करता है. इसके बाद एल्गोरिद्म आवाज के पैटर्न को पहचानकर बीमारी के शुरुआती लक्षणों की पहचान करता है.
रिसर्च में पाया गया कि टीबी से पीड़ित मरीजों की खांसी का पैटर्न और आवाज सामान्य मरीजों से अलग होती है. AI इन्हीं बदलावों को पकड़कर नतीजा देता है.
इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि मरीज को तुरंत जांच की सुविधा मिल सकती है. इससे ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को शुरुआती स्तर पर मदद मिलेगी.
कई देशों में इस तकनीक का पायलट प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है. नतीजों में यह पाया गया कि AI आधारित वॉइस टेस्ट 80 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में सटीक परिणाम दे रहा है.
सरकारें और स्वास्थ्य एजेंसियां इस तकनीक को टीबी उन्मूलन कार्यक्रम से जोड़ने की योजना बना रही हैं. इससे पारंपरिक जांच जैसे एक्स-रे और बलगम टेस्ट पर निर्भरता कम होगी.
एक्सपर्ट का मानना है कि आने वाले समय में यह AI वॉइस टेस्ट टीबी की पहचान का सस्ता और तेज विकल्प बन सकता है. हालांकि, इसे व्यापक स्तर पर लागू करने से पहले और रिसर्च की जरूरत है.