ये 7 लक्षण इग्नोर किए तो बढ़ जाएगा खतरा, यह बीमारी बना लेगी अपना शिकार
हमारे खून और त्वचा का स्वस्थ गुलाबी रंग हिमोग्लोबिन से आता है. जब शरीर में लोहे की कमी होती है, तो यह रंग फीका पड़ जाता है और त्वचा पीली दिखने लगती है.
पीली त्वचा सिर्फ चेहरे पर नहीं, बल्कि मसूड़ों, आंखों के अंदरूनी हिस्से और नाखूनों के पास भी दिखाई दे सकती है. ये छोटी-छोटी चीजें शरीर की स्थिति बताती हैं.
सिरदर्द को अक्सर तनाव या पानी की कमी से जोड़ा जाता है. लेकिन लोहे की कमी से ऑक्सीजन मस्तिष्क तक सही तरीके से नहीं पहुंच पाती, जिससे बार-बार सिरदर्द और चक्कर आ सकते हैं.
नाखूनों का कमजोर होना, टूटना या चम्मच जैसी आकृति लेना (जिसे कोइलोनिचिया कहा जाता है) भी लोहे की कमी का संकेत हो सकता है. यह आमतौर पर लंबे समय तक कमी होने पर होता है.
अगर आपको बार-बार बर्फ खाने का मन करता है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें. यह एक अजीब सी भूख हो सकती है, जिसे पिका कहते हैं और यह लोहे की कमी से जुड़ा होता है.
पिका में लोग मिट्टी, चाक या अन्य गैर-खाद्य चीजों को खाने की इच्छा महसूस करते हैं, खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं में. यह शरीर की पोषण की कमी को पूरा करने की एक अजीब कोशिश हो सकती है.
अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं, तो डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं. समय पर इलाज से एनीमिया को रोका और सुधारा जा सकता है.