Health Tips: स्कूल में बच्चे को आ गया है माइग्रेन अटैक तो सिरदर्द से तुरंत दिलाए राहत, बस फॉलो करना है ये स्टेप
माइग्रेन बच्चों के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है. खासकर बच्चा जब स्कूल में है तब. दरअसल, स्कूल में बच्चे घंटों रहते हैं इस दौरान सिर में होने वाली तेज दर्द उन्हें काफी ज्यादा परेशान कर सकती है.
ऐसे दर्द के कारण दिमाग की स्थिति खराब हो सकती है. बच्चों में माइग्रेन का प्रबंधन करना भारी लग सकता है, लेकिन कुछ हेल्थ टिप्स हैं जो उनके दर्द और परेशानी को कम करने में मदद कर सकती हैं.
ट्रिगर्स को पहचानें और उनसे बचें: माइग्रेन अक्सर विशिष्ट कारकों से ट्रिगर होता है. बच्चों में आम ट्रिगर्स में तेज रोशनी, तेज आवाज, निर्जलीकरण और यहाँ तक कि चॉकलेट या प्रोसेस्ड स्नैक्स जैसे कुछ खाद्य पदार्थ शामिल हैं. अपने बच्चे को उनके ट्रिगर्स को समझने में मदद करें और उनके स्कूल के साथ मिलकर माइग्रेन के लिए अधिक अनुकूल वातावरण बनाएं. उदाहरण के लिए, तेज रोशनी से दूर बैठना या कक्षा के दौरान शोर के स्तर को कम करना माइग्रेन की शुरुआत को कम करने में मदद कर सकता है.
हाइड्रेशन को बढ़ावा दें: डिहाइड्रेशन माइग्रेन का एक आम कारण है. खास तौर पर सक्रिय बच्चों में जो स्कूल के व्यस्त दिनों में पानी पीना भूल जाते हैं. अपने बच्चे को पानी की बोतल साथ रखने और दिन भर में बार-बार घूंट-घूंट करके पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करें. स्कूलों को छात्रों को पानी पीने के लिए छोटे-छोटे ब्रेक लेने की अनुमति भी देनी चाहिए, क्योंकि हाइड्रेटेड रहने से सिरदर्द की संभावना काफी कम हो सकती है.