शरीर को लंबे समय तक एनर्जेटिक बनाए रखती है यह रोटी, डाइट में करें शामिल
शीरमाल रोटी, जिसकी जड़ें पर्शिया में हैं, मुगल साम्राज्य के दौरान भारतीय उपमहाद्वीप में आई. इसका नाम 'शीर' यानी दूध और 'माल' यानी मालामाल से मिलकर बना है, जो इसकी समृद्धि और शाही स्वाद को दर्शाता है. शीरमाल रोटी नवाबी और शाही रसोईघरों की शान बन गई, जहां इसे विशेष अवसरों और दावतों पर परोसा जाता था.
शीरमाल रोटी में उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, जो इसे एक अच्छा ऊर्जा स्रोत बनाता है। यह विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में, जब शरीर को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, बहुत फायदेमंद होता है.
शीरमाल रोटी न सिर्फ स्वाद में रिच होती है बल्कि यह भूख को लंबे समय तक शांत रखने में भी सहायक होती है। इसके सेवन से आपको लंबे समय तक संतुष्टि का अहसास होता है, जिससे बेवजह की भूख से बचा जा सकता है।
शीरमाल रोटी में इस्तेमाल किए जाने वाले दूध और घी की मिठास इसे एक अनूठा स्वाद और खुशबू प्रदान करती है. यह विशेष रूप से मीठे व्यंजनों के शौकीन लोगों के लिए एक विकल्प है.
शीरमाल में मौजूद घी की थोड़ी मात्रा पाचन को सहायता प्रदान करती है. घी एक स्वस्थ वसा है जो पाचन तंत्र को स्मूथ रखने में मदद करता है.