Property Mutation: प्रॉपर्टी के मामले में क्यों है म्यूटेशन जरूरी, जानें रजिस्ट्री से यह कैसे है अलग
म्यूटेशन नगर पालिका या फिर राजस्व विभाग के संपत्ति रिकॉर्ड में आपके नाम को अपडेट करता है. इस परिवर्तन के बाद सरकारी अधिकारियों को पता लगता है कि नया मालिक कौन है और इससे यह भी सुनिश्चित होता है कि टैक्स, बकाया या फिर नोटिस सही व्यक्ति को ही भेजे जाएं.
एक बार आपकी संपत्ति का नामांतरण हो जाए उसके बाद आप पुराने मालिक के बजाय अपने नाम से टैक्स का भुगतान कर सकते हैं. यह इसलिए जरूरी है क्योंकि टैक्स रसीले भविष्य के लेनदेन या फिर विवादों में स्वामित्व के सहायक साक्ष्य के रूप में काम करती हैं.
रजिस्ट्री कानूनी रूप से स्वामित्व को स्थापित करती है जबकि म्यूटेशन इसे सरकारी अभिलेखों में दर्शाता है. इससे एक आधिकारिक स्वीकृति मिलती है की संपत्ति अब आपकी है, जिससे धोखाधड़ी के दावों या फिर भ्रम की संभावना कम हो जाती है.
संपत्ति बेचने या फिर हस्तांतरित करने से पहले म्यूटेशन इस बात को पक्का करता है कि आपका स्वामित्व सभी सरकारी रिकॉर्ड्स में अपडेटेड हो. बैंक, खरीदार या फिर नगर पालिका कार्यालय आमतौर पर ऋण या फिर बाकी जरूरी प्रक्रियाओं के लिए म्यूटेशन प्रमाण पत्र की जरूरत रखते हैं.
विरासत में मिली संपत्ति के मामले में म्यूटेशन उत्तराधिकारियों के बीच स्वामित्व को साफ तौर से बांटने में मदद करता है. इससे कानूनी जटिलताएं रुकती हैं और पारिवारिक विवादों के पनपने में रोक लगाती है.
म्यूटेशन सिर्फ भूमि के रिकॉर्ड के बारे में नहीं है. बल्कि यह बिजली, पानी और गैस जैसी जरूरी चीजों को नए मालिक के नाम पर स्थानांतरित करने में भी जरूरी होती है.