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एयरोप्लेन के टायर में नहीं भरी जाती हवा, सिर्फ इस चीज का होता है इस्तेमाल

प्रियंका जोशी   |  16 Jun 2024 08:22 AM (IST)
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एयरोप्लेन के टायरों में 200psi का प्रेशर इस्तेमाल होता है. ऐसे में इनमें हवा नहीं भरी जाती, बल्कि नाइट्रोजन का इस्तेमाल होता है.

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वजन की बात करें तो किसी भी एयरोप्लेन के टायर 800psi तक वजन आसानी से झेल सकते हैं. साथ ही, इनमें फ्यूजिबल प्लग्स भी लगाए जाते हैं.

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ये फ्यूजिबल प्लग टायरों में मौजूद नाइट्रोजन को निकलने से रोकते हैं. इसके चलते किसी भी तरह की दुर्घटना होने की आशंका बहुत कम हो जाती है.

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ऐसे में यदि किसी एयरोप्लेन का वजन ज्यादा होता है तो एयरक्राफ्ट में उस हिसाब से टायरों की संख्या बढ़ा दी जाती है.

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एयरोप्लेन के एक टायर की कीमत 80,000 रुपये तक होती है, जो कई कंपनियां बनाती हैं.

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