Minerals in India: भारत के पास किन-किन चीजों का भंडार, जानें इस मामले में हम कितने 'रईस'?
भारत में कोयला सबसे अधिक पाया जाने वाला खनिज है. देश के कोयला भंडार मुख्य रूप से झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश में फैले हुए हैं.
दामोदर, सोन, महानदी और गोदावरी घाटियां कोयले की खान के लिए प्रसिद्ध हैं. भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कोयला उत्पादक देश है, जिससे बिजली और इस्पात उद्योग को ऊर्जा मिलती है.
बॉक्साइट भारत में एल्यूमीनियम उद्योग का मुख्य स्रोत है. ओडिशा, झारखंड, गुजरात और महाराष्ट्र इसके प्रमुख उत्पादक क्षेत्र हैं. वहीं टाइटेनियम अयस्क का भंडार केरल, तमिलनाडु और ओडिशा के तटीय इलाकों में मिलता है, जिसका उपयोग हवाई जहाज, मिसाइल और स्पेस तकनीक में होता है.
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस भारत की ऊर्जा जरूरतों का अहम हिस्सा हैं. इसके प्रमुख क्षेत्र असम, गुजरात, राजस्थान, मुंबई हाई और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में स्थित हैं. देश में कई नए अपतटीय गैस फील्ड भी विकसित हो रहे हैं.
हीरे की बात करें तो मध्य प्रदेश का पन्ना जिला अपने प्राकृतिक हीरे के लिए जाना जाता है. यह भारत का प्रमुख डायमंड प्रोडक्शन सेंटर है. इसके अलावा, चूना पत्थर सीमेंट उद्योग की रीढ़ है और इसका सबसे ज्यादा उत्पादन छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में होता है.
भारत के पास अभ्रक यानि Mica का दुनिया का सबसे बड़ा भंडार है, जो मुख्यतः बिहार, झारखंड और आंध्र प्रदेश में पाया जाता है. यह इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और औद्योगिक उत्पादों में इस्तेमाल होता है.
इसके अलावा रेयर अर्थ एलिमेंट्स के मामले में भी हम तीसरे स्थान पर हैं. ओडिशा, तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश की तटीय रेतों में मोनाजाइट सैंड के रूप में ये धातुएं पाई जाती हैं, जिनका उपयोग रक्षा, ऊर्जा और स्पेस टेक्नोलॉजी में होता है.