Birth Tourism: क्या होता है बर्थ टूरिज्म, जिसे रोकने का दावा कर रहे डोनाल्ड ट्रंप?
बर्थ टूरिज्म का मतलब है कि प्रेग्नेंट महिलाएं अमेरिका में बच्चे को जन्म देने के खास इरादे से जाती हैं. इसका मकसद सीधा होता है. इमिग्रेशन कानून में एक लूप होल की वजह से अमेरिका में नए जन्में बच्चों को ऑटोमेटिक वहां की सिटिजनशिप मिल जाती है.
14वें अमेंडमेंट के तहत यूनाइटेड स्टेट्स की धरती पर पैदा होने वाला कोई भी बच्चा ऑटोमैटिकली यूनाइटेड स्टेट्स सिटीजन बन जाता है. फिर चाहे उसके माता-पिता का इमीग्रेशन स्टेटस कुछ भी हो. यह कानून जिसे जन्मजात नागरिकता कहा जाता है, उन परिवारों के लिए सबसे बड़ा अट्रैक्शन रहा है जो अपने बच्चों के लिए लॉन्ग टर्म सिक्योरिटी चाहते हैं.
महिलाएं बी-1/बी-2 टूरिस्ट वीजा पर यूनाइटेड स्टेट्स में आती हैं. वे टेंपरेरी रहने की जगह किराए पर लेती हैं और अमेरिकन हॉस्पिटल में बच्चे को जन्म देने के साथ एक न्यू बोर्न के साथ घर लौटती हैं जिसके पास अब यूनाइटेड स्टेट्स पासपोर्ट होता है.
अगर ट्रैवलर अपनी विजिट का असली मकसद छिपाता है तो यूनाइटेड स्टेट्स बर्थ टूरिज्म को वीजा फ्रॉड घोषित कर देगा. एम्बेसी के अधिकारियों का कहना है कि गलत जानकारी देना वीजा के नियमों का उल्लंघन है और यह तुरंत रिजेक्ट होने का आधार है.
डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय से इस बात का तर्क दे रहे हैं कि बर्थ टूरिज्म अमेरिका के इमिग्रेशन कानून का गलत इस्तेमाल है. उनका दावा है कि यह गैर कानूनी रेजिडेंसी को बढ़ावा दे रहा है और पब्लिक रिसोर्सेस पर दबाव डाल रहा है. वह बच्चे जिनकी सिटिजनशिप राइट से माता-पिता को भविष्य में इमीग्रेशन बेनिफिट मिल सकता है उन्हें ट्रंप ने एंकर बेबी बताया है.
बर्थ टूरिज्म खत्म करना आसान है लेकिन बर्थराइट सिटिजनशिप को खत्म करना नहीं. ट्रंप बार-बार कह रहे हैं कि वह एग्जीक्यूटिव एक्शन या फिर नए कानून के जरिए इसे खत्म करने की या फिर रोकने की कोशिश करेंगे.