इस खास वजह से शुरू हुई थी इंग्लैंड में लॉटरी, सोने-चांदी की प्लेट, लिनेन का कपड़ा, जानें और क्या था लॉटरी जीतने का इनाम?
बहुत से लोग अपनी किस्मत आजमाने के लिए लॉटरी के टिकट खरीदते हैं. इनमें से ज्यादातर लोगों को मायूसी हाथ लगती है. लेकिन कुछ खुशकिस्मत लोग लॉटरी जीत जाते हैं. आज हम आपको बताएंगे इंग्लैंड की पहली लॉटरी योजना के बारे में.
इंग्लैंड में साल 1569 में 11 जनवरी के दिन इंग्लैंड की पहली लॉटरी योजना शुरू की गई थी. इस योजना को शुरू करने के पीछे एक बड़ा मकसद था. जो कि आखिर में सफल नहीं हो पाई थी.
यह वह वक्त था जब इंग्लैंड में सरकार राजा और रानी के अधीन थी. यानी जिस तरह आज प्रधानमंत्री इंग्लैंड की सरकार चलाते हैं. उस समय यह दायित्व वहां के राजा और रानी के पास हुआ करता था.
इंग्लैंड को उस समय अपने देश में व्यापार और देश की नौसेना की स्थिति को बेहतर करने के लिए पैसों की जरूरत थी. इसी के चलते इंग्लैंड में पहले नेशनल लॉटरी स्कीम चालू हुई.
लॉटरी से इससे इंग्लैंड की स्थिति को ठीक करना था. इसलिए पूरे प्लेन के तहत इसे लागू किया गया. लेकिन यह प्लान सफल नहीं हो पाया. लॉटरी के चार लाख टिकट बेचने थे. लेकिन टिकट 34000 से भी कम टिकट बिक पाए.
लॉटरी में पहला प्राइज 5,000 यूरो आज के समय में तकरीबन करीब एक करोड़ रुपए और दूसरा प्राइज 3,500 यूरो इसके अलावा बाकी प्राइज में सोने-चांदी की प्लेट्स और उच्च क्वालिटी के लिनन कपड़े थे.