सुसाइड बम के साथ जीता है ये जीव, दुश्मन को मिटाने के लिए करता है विस्फोट!
बता दें दीमक एक सामाजिक कीट है, जो आमतौर पर कोलोनियों में पाया जाता है. इनकी कोलोनियों में हजारों से लेकर लाखों तक सदस्य हो सकते हैं. दीमकें अलग-अलग तरह के होते हैं, जिनमें सूखे लकड़ी की दीमक, भूमिगत दीमक और नम लकड़ी की दीमक शामिल हैं.
वहीं दीमक का जीवन चक्र चार मुख्य चरणों में होता है, पहला अंडा, दूसरा लार्वा, तीसरा निंफ और चौथा वयस्क. अंडे से निकलने के बाद, लार्वा विकसित होते हैं और धीरे-धीरे निंफ बन जाते हैं. निंफ, वयस्क दीमक के समान होते हैं, लेकिन उनके पंख नहीं होते. वयस्क दीमक, खासकर रानी और राजा, कोलोनियों के प्रजनन के लिए जिम्मेदार होते हैं.
दीमक के आहार की बात करें तो ये मुख्य रूप से लकड़ी, पत्ते और अन्य कार्बनिक पदार्थों को खाते हैं. उनके शरीर में विशेष बैक्टीरिया और प्रोटोज़ोआ होते हैं, जो उन्हें सेलूलोज़ को पचाने में मदद करते हैं. यह दीमक को उनके प्राकृतिक आवास में रहने और भोजन की तलाश करने में सक्षम बनाता है.
हालांकि दीमक की आत्मघाती प्रवृत्तियों को समझने के लिए हमें उनकी रक्षा और कोलोनियों के सुरक्षा तंत्र को देखना होगा. जब दीमक को खतरा महसूस होता है, तो वो अपनी कोलोनियों की रक्षा के लिए खुद का बलिदान कर सकते हैं. यह प्रक्रिया दीमक के एक खास वर्ग, जिसे सैनिक दीमक कहा जाता है, द्वारा की जाती है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि सैनिक दीमक, जो कोलोनियों की रक्षा के लिए जिम्मेदार होते हैं, एक खास प्रकार के बलिदान के लिए भी जाने जाते हैं. जब कोई खतरा उनके साम्राज्य पर मंडराता है, तो ये दीमक अपनी शरीर को तोड़कर, अपने शरीर में उपस्थित पदार्थों को छोड़कर दुश्मनों को नष्ट कर देते हैं. इस प्रक्रिया में, वे खुद को बम की तरह विस्फोटित कर लेते हैं, जिससे दुश्मनों को गंभीर नुकसान होता है.