इस पक्षी को कहते है फायरहॉक रैप्टर, जानिए इसके नाम के पीछे की कहानी
जी हां, ब्लैक काइट नाम का रैप्टर यानी शिकारी पक्षी को बहुत चतुर माना जाता है. गहरे रंग के पंखों वाला शरीर, काले पंजे वाले ब्लैककाइट के भारत में अलग अलग नाम हैं. उत्तर भारत के कुछ इलाकों में इसे चील कहकर बुलाया जाता है.
दरअसल ब्लैक काइट नाम का पक्षी अपनी चोंच से जलती हुई पतली लकड़ी उठाकर दूर जंगल के सूखे इलाके को जलाने का काम करता है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि एक खास मकसद से ये जंगलों में आग लगाते हैं.
एक रिसर्च के मुताबिक ब्लैक काइट पक्षी अपने शिकार को मारकर खाने के लिए आग लगाते हैं. दरअसल ये पक्षी खास तौर से छिपकली, अन्य पक्षी, छोटे स्तनपायी जीव और कीड़े तक खाते हैं. इस खूबी के कारण इसे फायरहॉक रैप्टर के नाम से भी जाना जाता है.
जानकारी के मुताबिक ब्लैक काइट ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा पाया जाता है. इसके अलावा ये पक्षी भारत समेत, एशिया, यूरोप और अफ्रीका में भी देखने को मिलता है.
ब्लैक काइट अपने घोंसलों में घुसपैठ करने वाले पक्षियों से लेकर इंसानों तक को पहचान करके उन पर हमला करते हैं. इन पक्षियों एक खासियत ये भी है कि ये नर और मादा एक साथ ही जीवनभर रहते हैं.
जंगलों में आग लगाकर शिकार करना इनकी विशेषता है.इस खूबी के कारण इसे फायरहॉक रैप्टर के नाम से भी जाना जाता है.