धूल से भरा है स्पेस...यहां जानिए कि ये आती कहां से है
धरती से जब आप स्पेस की ओर देखते हैं तो सब कुछ साफ दिखाई देता है. यहां तक कि स्पेस एजेंसियों द्वारा जारी तस्वीरों में भी कहीं धूल नहीं दिखाई देती. लेकिन ऐसा नहीं है. स्पेस में धूल ही धूल है.
अब सवाल उठता है कि आखिर ये धूल आई कहां से और इसे क्या धूल ही कहते हैं. दरअसल, वैज्ञानिक इसे साधारण धूल नहीं, बल्कि कॉस्मिक डस्ट कहते हैं.
स्पेस की जानकारी के लिए ये डस्ट बहुत खास है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसकी मदद से वैज्ञानिक ब्रह्मांड के कई रहस्यों को ढूंढ निकालते हैं.
कॉस्मिक डस्ट बहुत महीन होते हैं. इनका आकार करीब 80 माइक्रोमीटर के आसपास होता है. यानी ये इंसानी बाल से भी छोटे होते हैं. ये धूल के कण एस्टोरॉयड, धूमकेतू या कॉमेट से आते हैं.
जबकि, स्पेस डस्ट का ज्यादा हिस्सा स्पेस में तारों के जन्म के स्थान से आता है. यानी जब कोई तारा मरता है या कोई नया तारा जन्म लेता है तो उससे ढेर सारी स्पेस डस्ट पैदा होती है.
कई बार ये धूल कई तरह की गैसों के साथ होती है. स्पेस एजेंसियां अक्सर इनकी तस्वीरें शेयर करती हैं जो धूल और गैसों से मिल कर बनी होती हैं.
ये धूल अक्सर स्पेस में तैरते रहते हैं. कई बार तो ये धूल इतने घने होते हैं कि तारों से आने वाली रौशनी को भी रोक देते हैं. वैज्ञानिक मानते हैं कि कॉस्मिक डस्ट का ब्रह्मांड के निर्माण में बहुत ज्यादा योगदान है.